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जासूसी के आरोप में DRDO कर्मचारी गिरफ्तार, पाकिस्तान से जानकारी साझा करने का आरोप

उत्तर प्रदेश एटीएस ने सोमवार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के कर्मचारी को कथित तौर पर जासूसी में संलिप्त होने के कारण गिरफ्तार किया है।

Updated on: 08 Oct 2018, 11:01 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश एटीएस ने सोमवार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के कर्मचारी को कथित तौर पर जासूसी में संलिप्त होने के कारण गिरफ्तार किया है. डीआरडीओ कर्मचारी निशांत अग्रवाल को नागपुर से गिरफ्तार किया गया है. उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र एटीएस के संयुक्त ऑपरेशन में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. निशांत अग्रवाल नागपुर के डीआरडीओ की ब्रह्मोस यूनिट में तैनात थे.

निशांत अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान को साझा की हैं। निशांत पिछले साल से वर्धा रोड पर रेंट के मकान में रह रहे हैं। पुलिस टीम सोमवार सुबह 5.30 बजे पहुंची और शाम 5.00 बजे तक वहां जांच-पड़ताल करती रही।

यूपी एटीएस के महानिरीक्षक (आईजी) असीम अरुण ने इस गिरफ्तारी को लेकर कहा, 'उनके पर्सनल कंप्युटर पर काफी संवेदनशील जानकारियां पाई गई. व्यक्ति का नाम निशांत अग्रवाल है. हमनें उनके फेसबुक पर पाकिस्तानी आईडी के साथ चैटिंग का प्रमाण भी पाया है.'

यूपी एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के नागपुर के उज्ज्वल नगर निवासी निशांत अग्रवाल को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर पाकिस्तान से महिलाओं की छद्म आईडी बनाने और भारत में संवेदनशील स्थानों पर काम कर रहे लोगों को फंसाने की कार्यप्रणाली सामने आने के बाद से यूपी एटीएस इस पर निगाह रख रही थी।

सूत्रों ने बताया कि इस पर यूपी एटीएस ने अदालत से 'सर्च वारंट' लेकर आज महाराष्ट्र एटीएस के साथ मिलकर निशांत के घर पर तलाशी ली। इस दौरान उसके व्यक्तिगत कंप्यूटर पर गोपनीय और अतिसंवेदनशील दस्तावेज मिले।

सूत्रों ने बताया कि यह शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत अपराध है, जिसके लिए निशांत को गिरफ्तार किया गया। एटीएस ने निशांत के कार्यालय की भी तलाशी ली है और सबूत इकट्ठा किए हैं। उसके रुड़की स्थित आवास से भी उसका एक पुराना लैपटॉप बरामद किया गया है जिसका परीक्षण किया जाएगा।

सूत्रों ने बताया कि निशांत को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जाएगा। हालांकि उसकी गिरफ्तारी गोपनीय अभिलेखों को अवैध रूप से अपने व्यक्तिगत लैपटॉप में रखने की वजह से हुई है मगर इस बारे में भी गहन जांच की जा रही है कि उसने पाकिस्तान की फेसबुक आईडी से क्या बातें पहुंचाई। अगर इस बारे में कोई सुबूत मिले तो मुकदमे में अन्य धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।

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सूत्रों के मुताबिक इसी सिलसिले में कानपुर और आगरा में भी एक-एक व्यक्ति की तलाशी ली गई और उससे पूछताछ की गई है। उनके लैपटॉप भी कब्जे में लिए गए हैं। परीक्षण के बाद उनकी भूमिका स्पष्ट हो सकेगी।