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अब राम मंदिर निर्माण के लिए सुन्नी भी करें सपोर्ट, शिया पहले ही दे चुके हैं समर्थन : गिरिराज सिंह

सुप्रीम कोर्ट में शिया वक्फ बोर्ड की ओर से राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हलफनामा किए जाने के बाद गिरिराज सिंह ने अब सुन्नी मुसलमानों को मंदिर निर्माण के पक्ष में आने के लिए कहा है।

Updated on: 04 Feb 2018, 11:12 PM

highlights

  • केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सुन्नी मुसलमानों से राम मंदिर के निर्माण में समर्थन दिए जाने की अपील की है
  • गौरतलब है कि शिया वक्फ बोर्ड पहले ही राम मंदिर निर्माण को लेकर अपना समर्थन जाहिर कर चुका है

नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सुन्नी मुसलमानों से राम मंदिर के निर्माण में समर्थन दिए जाने की अपील की है।

सुप्रीम कोर्ट में शिया वक्फ बोर्ड की ओर से राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हलफनामा किए जाने के बाद गिरिराज सिंह ने अब सुन्नी मुसलमानों को मंदिर निर्माण के पक्ष में आने के लिए कहा है।

उन्होंने कहा, 'शिया, राम मंदिर के लिए समर्थन दे चुके हैं। सुन्नियों को भी अपना सहयोग देना चाहिए।'

हर भारतीय को राम का 'वंशज' बताते हुए सिंह ने कहा, 'मंदिर बनाने के लिए हिंदुओं और मुसलमानों को साथ आना चाहिए। अगर राम मंदिर का निर्माण भारत में नहीं होगा तो कहां होगा? पाकिस्तान में?'

सिंह ने इसके साथ ही बढ़ती आबादी को लेकर चिंता जताई।

उन्होंने कहा, 'जहां कहीं भी हिंदुओं की आबादी घटती है वहां की सामाजिक समरसता में दरार पड़ जाती है।' 

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैं सोशल मीडिया पर लगातार कहता रहा हूं। विकास की राह में बढ़ती आबादी सबसे बड़ी बाधा है। चीन में हर मिनट में 11 बच्चे पैदा होते हैं वहीं भारत में यह संख्या 29 है। दुनिया की 18 फीसदी आबादी भारत में हैं।'

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र पहले ही इस बारे में चेतावनी दे चुका है कि अगर इस पर रोक नहीं लगाई गई तो 10 में से एक व्यक्ति को पीने का पानी नहीं मिलेगा। इसलिए यह सामाजिक समरसता और विकास दोनों की राह में बाधा है।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि से जुड़े मामले की फरवरी महीने से सुनवाई हो रही है।

सिंह का यह बयान वैसे समय में आया है जब शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर अयोध्या में विवादित जमीन पर राम मंदिर बना जाने की अपील की है।
हलफनामे में यह भी कहा गया है कि राम मंदिर से एक उचित दूरी पर मुस्लिम आबादी वाले इलाके में मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है।

शिया वक्फ बोर्ड के हलफनामे के मुताबिक बाबरी मस्जिद को मीर बाकी ने बनाया था और वह शिया थे। ऐसे में सुन्नी वक्फ बोर्ड का दावा गलत है और इस मामले में शिया वक्फ बोर्ड को पक्षकार बनाया जाना चाहिए।

हालांकि सुन्नी पक्ष ने शियाओं के इस हलफनामे को खारिज कर दिया है।

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