गडकरी ने किसानों से फसल पद्धति में बदलाव को कहा, गन्ने की खेती में कोई लाभ नहीं
5,000 करोड़ रुपये की पानीपत-खटीमा राजमार्ग और 232 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला रखी
नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश में किसानों को अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए फसल की पद्धति में बदलाव करना चाहिए. उन्होंने गन्ने से जैव ईंधन तथा एथेनॉल उत्पादन की भी वकालत की. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने 5,000 करोड़ रुपये की पानीपत-खटीमा फोरलाइन राजमार्ग परियोजना की आधारशिला रखी. मेरठ और करनाल राजमार्ग के चौड़ीकरण के लिए 700 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास किया. उन्होंने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 232 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला भी रखी.
मंत्री ने लोगों से जातिवाद की प्रथा पर काबू पाने और देश के विकास के लिए काम करने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें अपनी गन्ने की फसलों से मुनाफा नहीं मिलता. उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजार में चीनी की दरें नीचे हैं और गन्ने की खेती में कोई लाभ नहीं है.
गडकरी ने मुजफ्फरनगर में नालों का पानी शुद्ध करने के लिए एसटीपी प्लांट की क्षमता बढ़ाने और एक नया एसटीपी प्लांट लगाने की परियोजना का शिलान्यास किया.
उन्होंने कहा कि गंगा में मिलने वाली सोलानी नदी का पानी भी अब शुद्ध होके गंगा में जाएगा.
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