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अमेरिका के दिए सभी जेट फाइटर पाकिस्‍तान में मौजूद पर भारत ने F-16 को ही मार गिराया, जानें कैसे

अब सवाल उठता है कि दोनों में से कौन सी बात सही है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों ही बातें सही हो सकती हैं.

Updated on: 06 Apr 2019, 08:49 AM

नई दिल्‍ली:

अमेरिका की फॉरेन पॉलिसी नाम की मैगजीन ने भारत द्वारा पाकिस्‍तान के एक f-16 को मार गिराने की खबर पर सवाल उठाया है. मैगजीन का दावा है कि अमेरिका द्वारा दिए गए सभी f-16 विमान गिनती में पूरे पाए गए हैं. दूसरी ओर, भारतीय वायुसेना अपनी इस बात पर कायम है कि 27 फरवरी 2019 को पाकिस्‍तान के जिस जेट फाइटर को मार गिराया गया, वह f-16 ही था. अब सवाल उठता है कि दोनों में से कौन सी बात सही है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों ही बातें सही हो सकती हैं. 

अभी तक अमेरिका ने आधिकारिक रूप से यह नहीं कहा है कि पाकिस्‍तान को दिए गए सभी f-16 विमान गिनती में पूरे पाए गए हैं. अमेरिका ऐसा करेगा भी नहीं और न ही चाहेगा कि इस सच से पर्दा उठे. अमेरिका यह क्‍यों चाहेगा कि उसके f-16 पर सवाल उठे और यह बात विश्‍व बिरादरी को पता चले कि उसके f-16 को भारतीय मिग लड़ाकू विमान ने मार गिराया. इससे पूरी दुनिया के हथियारों के बाजार में उसकी नाक कट जाएगी और उसके द्वारा बनाए गए हथियारों की विश्‍वसनीयता पर संकट खड़ा हो जाएगा, जो कि अमेरिकी प्रशासन नहीं चाहेगा.

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फॉरेन पॉलिसी मैगजीन द्वारा भारतीय दावे पर सवाल उठाने वाले यह भूल गए कि पाकिस्‍तान ने 2014 में जॉर्डन से 13 सेकेंड हैंड f-16 विमान खरीदे थे और उन जोर्डनियन F-16 की संख्या के विषय में अभी तक न तो अमेरिका ने और न ही पाकिस्‍तान ने कोई बयान जारी किया है. अगर भारतीय वायुसेना अपनी बात पर कायम है कि उसने f-16 को ही मार गिराया तो ऐसा हो सकता है कि वह विमान जॉर्डन से लिया गया सेकेंड हैंड f-16 हो. क्‍योंकि भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने तो F-16 का मलबा और उसकी AMRAAM AIM-120 के टुकड़े को मीडिया के सामने पेश किया था.

जब भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने f-16 को निशाना बनाया और पाकिस्‍तान में जाकर गिरे तो तत्‍काल बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल आसिफ गफूर ने स्वयं बताया था कि उनके पास भारत के दो पायलट हैं. एक को हिरासत में ले लिया गया है तो दूसरे का इलाज चल रहा है. दूसरी ओर, भारतीय वायु सेना ने स्पष्ट कर दिया था कि एक मिग-21, MIA (यानी मिसिंग इन एक्शन) है जिसका पायलट वापस नहीं आया.

भारत का रुख सामने आने के बाद तत्‍काल बाद पाकिस्‍तान पलट गया था और एक ही पायलट के उसके गिरफ्त में होने की बात कही थी. पाकिस्तान ने आज तक यह स्पष्ट नहीं किया कि अस्पताल में जिस दूसरे पायलट का इलाज वो करवा रहे थे, वह कौन था? किस देश का था? कौन सा विमान उड़ा रहा था ?

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रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जिसे भी एरियल वारफेयर की थोड़ी भी समझ होगी, वह बता देगा कि यदि पाकिस्तानी F-16 द्वारा एयर टू एयर मिसाइल AIM 120 फायर की गई होती और उसका वारहेड एक्स्प्लोड हुआ होता, तो उसके इतने बड़े टुकड़े इतनी अच्छी स्थिति में बिना जले मिलना संभव ही नहीं था. और यहां तो इतना बड़ा टुकड़ा बिन जला हुआ साफ-साफ AIM-120 प्रिंट किया हुआ देखा जा सकता है. जानकारों का मानना है कि ऐसा तभी संभव है, जब किसी दूसरे मिसाइल से प्लेन को हिट किया जाए और उस प्लेन के हार्डप्‍वाइंट पर लगी मिसाइल भी इम्पैक्ट से टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर जाए.

इसके अलावा पाकिस्तान का पहले दिया गया दो पायलट का वक्तव्य ही इस बात पर मुहर लगा देता है कि डॉग-फाइट में पाकिस्तानी F-16 भारत द्वारा शूट किया गया था और जिस घायल पायलट को वो भूलवश भारतीय बता रहे थे, वास्तव में वो भारत द्वारा शूट किए गए F-16 का घायल पाकिस्तानी पायलट था.

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फॉरेन पॉलिसी मैगजीन के दावे के बाद भारतीय वायुसेना ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उसी दिन पाकिस्तानी एयरफोर्स के रेडियो मैसेज से साबित हुआ था कि 27 फरवरी को उसका एक एफ-16 वापस नहीं लौटा और पाक सीमा में 7-8 किलोमीटर अंदर जा गिरा था. वायुसेना के मुताबिक उस दिन दो स्थानों पर लड़ाकू विमानों से पायलट को इजेक्ट होते हुए देखा गया था. इन दोनों के बीच 8-10 किलोमीटर का फासला था. इनमें से एक तो वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन का विमान मिग 21 वाइसॉन था और दूसरा पाकिस्तान का विमान था. इसके इलेक्ट्रानिक सिग्नेचर इस विमान के एफ-16 होने की पुष्टि करते हैं.