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टेरर फंडिंग केस: हिजबुल प्रमुख सलाहुद्दीन के बेटे को 27 तक न्यायिक हिरासत

हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद को एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को 27 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

Updated on: 02 Nov 2017, 08:03 AM

नई दिल्ली:

हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद को एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को 27 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शाहिद को छह साल पुराने टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

जम्मू-कश्मीर में सरकारी कर्मचारी 42 वर्षीय शाहिद को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पूछताछ के लिए मुख्यालय तलब किया गया था, जिसके बाद उसे 24 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे पिछले सप्ताह सात दिनों की एनआईए हिरासत में भेजा गया था।

उसे जिला न्यायाधीश पूनम भांबा के समक्ष पेश किया गया था। बंद कमरे में सुनवाई के दौरान एनआईए द्वारा हिरासत को आगे न बढ़ाने की मांग के मद्देनजर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

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एजेंसी ने शाहिद पर अपने पिता सलाहुद्दीन के इशारे पर एजाज भट्ट से वित्ती सहायता प्राप्त करने का आरोप लगाया है। एजाज श्रीनगर का एक नागरिक है, जो सऊदी अरब का रहने वाला है और हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी है। सलाहुद्दीन के पाकिस्तान में होने की आशंका जताई जा रही है।

एनआई ने कहा कि शाहिद, भट्ट के कई संर्पकों में से एक था, जो 'पैसे हस्तांतरण कोड प्राप्त करने' के लिए उसके साथ टेलीफोन के संपर्क में था। यह पैसा जम्मू और कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी गतिविधियों को वित्त पोषित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

शाहिद अपने परिवार के साथ बडगांव जिले के सोइबूग गांव में रहता था और कृषि विभाग में कृषि सहायक के पद पर कार्यरत था। मार्च में सरकार द्वारा उसकी संविदागत नौकरी की पुष्टि हुई थी।

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शाहिद, सलाहुद्दीन का तीसरा बेटा है और संयुक्त जिहाद काउंसिल का अध्यक्ष है। संयुक्त जिहाद काउंसिल पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में स्थित कश्मीरी आतंकवादी समूहों का मिश्रण है।

एनआईए ने 2011 में छह अभियुक्तों के खिलाफ दो आरोप पत्र दायर किए थे।

आरोप पत्र में शामिल चार आरपियों में से एक कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सईद अली शाह गिलानी के करीबी गुलाम मोहम्मद भट्ट, मोहम्मद सिदी गनई, गुलाम जीलानी लिलो और फारूक अहमद दग्गा दिल्ली के केंद्रीय जेल तिहाड़ में हैं।

दो अभियुक्त मोहम्मद मकबुल पंडित और एजाज भट्ट फरार चल रहे हैं और इन दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। पंडित एजाज भट की तरह हिजबुल मुजाहिद्दीन का एक सक्रिय आतंकवादी रहा है और वर्तमान में पाकिस्तान में रह रहा है।

एनआईए के रिकॉर्ड के मुताबिक, एजाज भट्ट ने 1990 के दशक के शुरुआती दिनों में पाक अधिकृत कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के साथ सशस्त्र प्रशिक्षण प्राप्त किया था।