logo-image

राफेल सौदा: राहुल के आरोप पर जेटली ने प्रणब मुखर्जी से सीखनें की दी नसीहत, कहा- सुरक्षा से खिलवाड़ ठीक नहीं

राहुल जहां इस सौदे में घोटाले की आशंका जताते हुए सीधे प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं, वहीं अब सरकार भी इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ काफी आक्रामक हो गई है।

Updated on: 09 Feb 2018, 11:26 AM

नई दिल्ली:

राफेल डील को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज होते जा रहे हैं। राहुल गांधी जहां इस सौदे में घोटाले की आशंका जताते हुए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं, वहीं अब सरकार भी इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ काफी आक्रामक हो गई है।

बुधवार को रक्षा मंत्रालय की ओर से बयान जारी किए जाने के बाद गुरुवार को संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस तरह के आरोप लगाकर वह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर समझौता कर रहे हैं। जेटली ने राहुल को पूर्व रक्षा मंत्री प्रणब मुखर्जी से सीखने की नसीहत भी दी।

जेटली ने कहा, 'मेरा आरोप है कि राहुल गांधी भारत की सुरक्षा से गंभीर समझौता कर रहे हैं।'

बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए जेटली ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप रहे हैं, ऐसे में अब वह एनडीए सरकार में भ्रष्टाचार तलाशने का प्रयास कर रही है। उन्हें कुछ नहीं मिला तो राफेल का मुद्दा उठा रहे हैं।

इस बारे में कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा सवाल उठाने पर जेटली ने कहा, 'आपकी पार्टी के अध्यक्ष ने ऐसे आरोप राष्ट्रीय सुरक्षा की कीमत पर गढ़े हैं।'

और पढ़ें- पीएम मोदी ने कहा, वाम मोर्चे की वजह से त्रिपुरा पिछड़ा है

जेटली ने कहा कि राफेल डील की जानकारी राष्ट्रहित में जगजाहिर नहीं की जा सकती है, क्योंकि ऐसा करने से दुश्मन को उस हथियार का ब्योरा मिल जायेगा। किसी भी देश से जब ऐसा सौदा होता है, सुरक्षा समझौता में यह निहित होता है और अगर इसका ब्योरा देंगे तो हथियार प्रणाली की क्षमता जाहिर हो जायेगी।

जेटली ने इस संदर्भ में कांग्रेस के जमाने में उनके मंत्रियों के दिए जवाबों का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि जब प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर अमेरिका से हथियार खरीद की जानकारी सार्वजनिक नहीं की थी।

जेटली ने कहा कि एके एंटनी ने भी इजरायल से हथियार खरीद की जानकारी नहीं दी थी।

जेटली के जवाब के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सदन में आए और वह कुछ कहना चाह रहे थे, लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें अनुमति नहीं दी। इस पर कांग्रेस सांसद अध्यक्ष के आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे।

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के सदस्य राफेल सौदे का मुद्दा उठा रहे हैं और इसको लेकर वर्तमान सरकार पर सबसे बड़े घोटाले का अरोप लगा रहे हैं।

सभी राज्यों की खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें