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राजस्थान के बाद दिल्ली में तेजी से बढ़ रहा स्वाइन फ्लू का प्रकोप, अबतक 18 लोगों की मौत

राजस्थान, हिमाचल के बाद दिल्ली में भी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले महीने राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू के 500 मामले सामने आ चुके हैं.

Updated on: 30 Jan 2019, 06:20 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान, हिमाचल के बाद दिल्ली में भी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले महीने राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू के 500 मामले सामने आ चुके हैं. 28 जनवरी तक 18 लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. सूत्रों का कहना है कि सदरजंग अस्पताल में 35 साल के शख्स की संक्रामक श्वसन रोग से मौत हो गई. दिल्ली में स्वाइन फ्लू के मामलों में इजाफा हुआ है. राजधानी से स्वाइन फ्लू के 532 केस सामने आ चुके हैं. सर्दी के मौसम में स्वाइन फ्लू के केस ज्यादातर सामने आते हैं. हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी स्वाइन फ्लू हो गया था, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स में भर्ती करवाया गया था. कांग्रेस नेता और छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह को स्वाइन फ्लू हो गया है. हिमाचल में राज्य में 44 लोगों में स्वाइन फ्लू पाया गया है.

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दिल्ली, राजस्थान के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से भी स्वाइन फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं. नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुताबिक, देश में स्वीनर फ्लू से अबतक 169 लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तराखंड में बीते एक महीने में स्वाइन फ्लू से 11 लोगों की मौत के बाद यहां अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस वायरस से अधिकतर मौतें देहरादून में हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा मामले राजस्थान से सामने आये है. 27 जनवरी तक 18,546 मामले सामने आ चुके हैं. पिछले महीने राजस्थान में स्वाइन फ्लू से 72 लोगों की मौत हो गई थी.

 राजस्थान के अलावा मेघालय, मुंबई और अन्य राज्यों से स्वाइन फ्लू के कई मामले सामने आ रहे हैं. खांसी, गले में दर्द, बुखार, सिरदर्द, मतली और उल्टी के लक्षण होने पर, स्वाइन फ्लू की जांच करानी चाहिए. इस स्थिति में दवाई केवल चिकित्सक की निगरानी में ही ली जानी चाहिए. गौरतलब है कि स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा-ए वायरस के एक स्ट्रेन के कारण होती है और सुअरों से इंसानों में संचरित होती है. समय पर इलाज नहीं होने पर एच1एन1 घातक भी हो सकता है.