कैलाश मानसरोवर यात्रा: भारी बारिश के कारण नेपाल में फंसे 1500 तीर्थयात्री, विदेश मंत्री ने किया ट्वीट
कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा रहे करीब 1500 से ज्यादा श्रद्धालु भारी बारिश के कारण नेपाल में फंस गए हैं।
नई दिल्ली:
कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा रहे करीब 1500 से ज्यादा श्रद्धालु भारी बारिश के कारण नेपाल में फंस गए हैं।
नेपाल में भारतीय दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक, सिमीकोट में 525, हिल्सा में 550 और तिब्बत में 500 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनी हुई है। दूतावास ने यात्रियों और उनके परिजनों के लिए अलग-अलग भाषाओं में हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
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Pl RT
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
Pranav Ganesh First Secy +977-9851107006
Tashi Khampa +977-98511550077
Tarun Raheja +977 9851107021
Rajesh Jha +977 9818832398
Yogananda +977 9823672371 (Kannada)
Pindi Naresh +977 9808082292 (Telugu)
R Murugan +977 98085006 (Tamil)
Ranjith +977 9808500644 (Malayalam)
फिलहाल सिमीकोट में तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया जा रहा है। वहां 7 विमानों को मदद के लिए भेजा गया है और 104 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
Nepal: 7 flights operated from Simikot to Nepalganj, 104 Indian pilgrims of Kailash Mansarovar Yatra evacuated.
— ANI (@ANI) July 3, 2018
Nepal: Two commercial flights landed at Simikot to rescue 525 pilgrims of Kailash Mansarovar Yatra stranded in the area. pic.twitter.com/Qo6wtamY3o
— ANI (@ANI) July 3, 2018
भारतीय दूतावास ने कहा, 'टूर ऑपरेटर्स को हिल्सा में स्थिति साफ रखने के लिए कहा गया है, क्योंकि यहां बुनियादी ढांचा बेहद कमजोर है।' वहीं, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि नेपाल में भारतीय दूतावास ने नेपालगंज और सिमीकोट में प्रतिनिधि तैयार किए हैं। वह तीर्थयात्रियों से संपर्क बनाए हुए हैं। फंसे श्रद्धालुओं को भोजन और रहने की जगह उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही बुजुर्गों के लिए हेल्थ चेकअप की व्यवस्था भी की गई है।
We have set up hotlines for pilgrims and their family members who will provide information in Tamil, Telugu, Kannada and Malayalam languages. /5 #IndiansStrandedInNepal
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
दूसरी तरफ कर्नाटक में भी लगभग 290 श्रद्धालु फंसे हुए हैं। हालांकि, राज्य आपात अभियान केंद्र, राजस्व विभाग (आपदा प्रबंधन) ने बताया कि सभी लोग सुरक्षित हैं और उनके साथ लगातार संपर्क में हैं।
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