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स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा बढ़ने पर सुब्रमण्यम स्वामी ने वित्तीय सचिव पर बोला हमला

स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा काला धन 50 फीसदी बढ़ने के मामले में वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने वित्त मंत्रालय में सचिव हसमुख अधिया पर तीखा हमला बोला है।

Updated on: 29 Jun 2018, 10:51 AM

नई दिल्ली:

स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा काला धन 50 फीसदी बढ़ने के मामले में वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने वित्त मंत्रालय में सचिव हसमुख अधिया पर तीखा हमला बोला है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को काले धन में 50 फीसदी बढ़ोतरी की ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'ब्रेकिंग न्यूज़: वित्त मंत्रालय के सचिव हसमुख अधिया की बड़ी उपलब्धि। रहस्यमयी स्विस बैंक में दुनिया का डिपोजिट 3 फीसदी बढ़ा है। हालांकि भारतीयों का 50 फीसदी डिपोजीट बढ़ गया है।'

स्वामी ने सचिव हसमुख अधिया पर हमला बोलते हुए लिखा, 'अधिया इससे भी ज्यादा मैनेज कर सकते थे, अगर राजेश्वर (ईडी अफसर) बीच में रुकावट नहीं डालते।'

ज़ाहिर है स्वामी इससे पहले भी केंद्र सरकार और अरुण जेटली पर वित्तिय नीतियों को लेकर हमला बोलते रहे हैं।

क्या है मामला

स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारतीयों का स्विस बैंकों में जमा धन 50 फीसदी बढ़ गया है। हालांकि इसी आंकड़े के मुताबिक पाकिस्तान में 2017 में स्विस बैंकों में काला धन 21 फ़ीसद कम हुआ है।

पिछले चार सालों में पहली बार स्विस बैंक में जमा धन बढ़ कर एक अरब स्विस फैंक (7,000 करोड़ रुपये) के दायरे में पहुंच गया है। यानी कि शुरुआत के तीन सालों के मुक़ाबले चौथे साल में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।

केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारतीयों द्वारा स्विस बैंक खातों में रखा गया धन 2017 में 50% अधिक बढ़कर 7000 करोड़ रुपए (1.01 अरब फ्रेंक) पर पहुंच गया है।

ताज़ा आंकड़ों के अनुसार स्विस बैंक खातों में जमा भारतीयों के धन में ग्राहक जमाओं के रूप में 3200 करोड़ रुपए, अन्य बैंको के जरिए 1050 करोड़ रुपए शामिल है। इन सभी मदों में भारतीयों के धन में आलोच्य साल में बढ़ोतरी हुई।

स्विस बैंक खातों में रखे भारतीयों के धन में 2011 में इसमें 12%, 2013 में 43%, 2017 में इसमें 50.2% की वृद्धि हुई। इससे पहले 2004 में यह धन 56% बढ़ा था।

एसएनबी के ये आंकड़े ऐसे समय में जारी किए गए हैं जबकि कुछ महीने पहले ही भारत व स्विटजरलैंड के बीच सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान की एक नई व्यवस्था लागू की गई है। इस व्यवस्था का उद्देश्य काले धन की समस्या से निजात पाना है।

इस बीच स्विटजरलैंड के बैंकों का मुनाफा 2017 में 25% बढ़कर 9.8 अरब फ्रेंक हो गया। हालांकि इस दौरान इन बैंकों के विदेशी ग्राहकों की जमाओं में गिरावट आई। इससे पहले 2016 में यह मुनाफा घटकर लगभग आधा 7.9 अरब फ्रेंक रह गया था।

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