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VIDEO: श्रीनगर आतंकी हमला, जैश के 3 आतंकी ढेर, एक जवान शहीद

अधिकारियों ने बताया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादी बीएसएफ की 182वीं बटालियन के शिविर में तड़के 4.30 बजे घुसने में कामयाब रहे। शिविर की दीवार वायुसेना के अड्डे से सटी हुई है।

Updated on: 03 Oct 2017, 05:08 PM

highlights

  • श्रीनगर में बीएसएफ कैंप पर आतंकी हमला, 3 आतंकी ढेर, एक जवान शहीद
  • हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली
  • केंद्रीय गृहमंत्री ने सुरक्षा समीक्षा के लिए बैठक बुलाई

नई दिल्ली:

श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास मंगलवार को आतंकवादियों द्वारा सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक शिविर पर किए गए आत्मघाती हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। 

इस दौरान बीएसएफ के एक सहायक उपनिरीक्षक शहीद हो गए। आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मुनीर खान ने इसकी पुष्टी करते हुए कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि जैश के आतंकी थे।

उन्होंने कहा,'हम 6-7 आतंकियों की तलाश में हैं और उन्हें बहुत जल्द खत्म करना है।' मुनीर खान ने कहा, 'एक आतंकी को शुरुआत में ही मार गिराया गया था। दो आतंकियों को ऑपरेशन के दौरान मार गिराया गया।'

बीएसएफ के कैंप पर हुए हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए मंगलवार को उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अंहराज अहीर ने हमले को चुनौती बताते हुए कहा कि कैंप को हमेशा सजग होना चाहिए।

अहीर ने कहा, 'आतंकवादियों ने कैंप में घुसने का जो साहस किया है। इसका उन्हें बहुत बड़ा भुगतान करना पड़ेगा।'

हमलावर मंगलवार को बंदूकें और विस्फोटक लेकर बीएसएफ के एक शिविर में घुसे। अधिकारियों ने बताया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादी बीएसएफ की 182वीं बटालियन के शिविर में तड़के 4.30 बजे घुसने में कामयाब रहे। शिविर की दीवार वायुसेना के अड्डे से सटी हुई है।

हमले में घायल बीएसएफ के चार जवानों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। आतंकवादियों ने अत्यधिक सुरक्षित क्षेत्र में चार स्तरीय सुरक्षा का घेरा तोड़कर हमला किया।

पिछले 30 वर्षो में यह पहला हमला है, जो हवाईअड्डे के इतने नजदीक हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं और बीएसएफ शिविर में घुसने से पहले सुरक्षा चौकियों पर ग्रेनेड फेंके। जिस समय हमला किया गया, उस समय अंधेरा था।

पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों के शिविर में घुसने के बाद उनमें से एक को मार गिराया गया जबकि बाद में दो और आतंकवादी मारे गए। अभियान दोपहर तक जारी था।

तलाशी अभियान के दौरान बीएसएफ के सहायक उपनिरीक्षक का शव मिला।

हवाईअड्डे से दिन के समय उड़ानों की आवाजाही बंद कर दी गई थी और हवाईअड्डे की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया था। एहतियात के तौर पर स्कूलों को भी बंद कर दिया गया।

पुलिस का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने आतंकवादियों के खात्मे के लिए एक सुरक्षा अभियान शुरू किया गया, जिसमें सेना के पैरा कमांडोज, बीएसएफ, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बस (सीआरपीएफ) और राज्य पुलिसकर्मी शामिल थे।

आतंकवादियों को बचकर भाग निकलने से रोकने के लिए सभी संभावित मार्गो को बंद कर दिया गया है। हमले के बाद गोलियों और विस्फोटकों की आवाजें सुनी जा सकती थी।

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