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दलित आंदोलन से सहमी मोदी सरकार, बीजेपी सांसदों को दो रात गांव में बिताने का आदेश

एससी-एसटी एक्ट में बदलाव की वजह से दलितों के भारत बंद आंदोलन से सहमी मोदी सरकार ने दलितों में विश्वास जगाने के लिए बीजेपी सासंदों को उनके साथ समय गुजारने का आदेश दिया है।

Updated on: 07 Apr 2018, 10:59 AM

नई दिल्ली:

एससी-एसटी एक्ट में बदलाव की वजह से दलितों के भारत बंद आंदोलन से सहमी मोदी सरकार ने दलितों में विश्वास जगाने के लिए बीजेपी सांसदों को उनके साथ समय गुजारने का आदेश दिया है।

बीजेपी के खिलाफ पनप रहे गुस्से को कम करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी सांसदों को दलितों के गांव में कम से कम दो रातें बिताने के लिए कहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को यह आदेश पार्टी के 38 वें स्थापना दिवस समारोह पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया।

स्थापना दिवस के मौके पर ही मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी कभी आरक्षण नहीं हटाएगी।

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उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को डॉ भीवराम अंबेडकर के जन्मदिन के मौके पर 14 अप्रैल और 5 मई को 50 फीसदी से ज्यादा आबादी वाले दलित गांवों में 2 रातें गुजारने का आदेश दिया है।'

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे करीब 20 हजार गांवों को चिन्हित किया है जहां दलितों की आबादी 50 फीसदी से ज्यादा है।

सूत्रों के अनुसार बजट सत्र के आखिरी दिन पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों से कहा है कि उन्हें लोगों को यह याद दिलाना चाहिए कि बीजेपी ने अंबेडकर का ज्यादा सम्मान किया है। इतना ही नहीं दलितों की भलाई के लिए कई योजनाएं चलाई है जबकि विपक्षी पार्टियों का दलित प्रेम सिर्फ शब्दों में ही रहा है।

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