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चीन के झूठ से भारत ने उठाया पर्दा, पीएम मोदी-जिनपिंग की बैठक नहीं थी तय

चीन ने कहा था कि जी-20 सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय औपचारिक मुलाकात के लिए 'माहौल उपयुक्त नहीं है'।

Updated on: 07 Jul 2017, 12:04 AM

highlights

  • चीन ने कहा, मोदी शी जिनपिंग के बीच मुलाकात के लिए माहौल उपयुक्त नहीं
  • भारत ने किया साफ, मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता पहले से नहीं था तय 

नई दिल्ली:

भारत ने चीन के उस झूठ को बेनकाब कर दिया है जिसमें उसने कहा था कि जी-20 सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय औपचारिक मुलाकात के लिए 'माहौल उपयुक्त नहीं है'। जबकि मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता तय नहीं थी।

सिक्किम के डाकोला में भारत-चीन सीमा पर पिछले करीब तीन सप्ताह से तनाव है। चीन ने कहा कि मोदी-जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय औपचारिक मुलाकात के लिए 'माहौल उपयुक्त नहीं है'।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को इज़राइल की तीन दिवसीय यात्रा खत्म कर जी-20 सम्मेलन में भाग लेने जर्मनी हैम्बर्ग पहुंचेगे।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6-8 जुलाई तक जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए हैम्बर्ग में रहेंगे।

विदेश मंत्रालय ने कहा, 'जी-20 सम्मेलन से इतर पीएम मोदी अर्जेंटिना, कनाडा, इटली, जापान, मेक्सिको, यूके, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के नेताओं के साथ द्विपक्षिय वार्ता करेंगे, जो पहले से तय है।'

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विदेश मंत्रालय ने चीन के साथ किसी भी तरह की बातचीत का जिक्र नहीं किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी ब्रिक्स नेताओं की बैठक में भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में कोई फेरबदल नहीं किया गया है।

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