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पाकिस्तान जाएंगे नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर ने ठुकराया निमंत्रण, बोले- आतंकवाद-बातचीत एक साथ नहीं

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पकिस्तान जाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान भारतीय सैनिकों पर हमले करना बंद नहीं करेगा, वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान नहीं जाएंगे.

Updated on: 27 Nov 2018, 09:36 AM

नई दिल्ली:

पंजाब कैबिनेट में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के निमंत्रण पर गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान जाएंगे. उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान जाना चाहते हैं. इस संबंध में उन्होंने सरकार से अनुमति मांगी है. अगर अनुमति मिली तो वह जरूर जाएंगे. नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के आमंत्रण का जवाब भेजते हुए पत्र में लिखा, 'करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास के इस ऐतिहासिक क्षण में मैं आपसे मिलना चाहता हूं. मैंने इस आयोजन में शामिल होने के लिए अपना आवेदन विदेश मंत्रालय को भेजा है.'

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ठुकराया निमंत्रण

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पकिस्तान जाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान भारतीय सैनिकों पर हमले करना बंद नहीं करेगा, वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान नहीं जाएंगे. दरअसल पाकिस्तान में 28 नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरीडोर का भूमि पूजन कार्यक्रम है.

मीडिया के मुताबकि पाकिस्तान का निमंत्रण ठुकराते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वहां की सरकार को पत्र लिखा, 'एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरता जब जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में भारतीय सैनिक मरते या घायल न होते हों. ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ ही रही हैं. दूसरी बात- पंजाब में भी मार्च-2017 के बाद से पाकिस्तान में बना गोला-बारूद-विस्फोटक-हथियार आदि लगातार बरामद किए गए हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री (इमरान खान) इन हालात को समझेंगे. मेरे लिए यह संभव नहीं है कि मैं इन स्थितियों में पाकिस्तान जाकर वहां किसी कार्यक्रम में हिस्सा लूं. हालांकि गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में माथा टेकना मेरा हमेशा से सपना रहा है.'

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने के फ़ैसले पर कहा कि ये उनकी इच्छा है और इसमें मैं कुछ नहीं कह सकता. वहीं ख़ुद के लिए उन्होंने पाकिस्तान जाने से मना करते हुए कहा, 'मैं मुख्यमंत्री और सिख होने के नाते करतापुर कॉरिडोर का स्वागत करते हैं लेकिन मेरी ज़िम्मेदारी मुझे पाकिस्तान जाने से रोकती है.'

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान पहले पातशाही के प्यार के पैगाम को सीखे तथा हमले करना बंद करे. हमारे पास पाकिस्तान से बड़ी सेना है लेकिन हम शांतिप्रिय देश है, अगर पाकिस्तान ने गड़बड़ी की कोशिश की तो हमारी भी पूरी तैयारी है लेकिन हम जंग करना नहीं चाहते. हम चाहते हैं कि शांति से देश का विकास किया जाए.'

अमरिन्दर सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान संघर्ष विराम (सीज़ फ़ायर) का उल्लंघन करना बंद कर दे। क्योंकि जब तक पाकिस्तान भारतीय सैनिकों पर हमले करना बंद नहीं करेगा, वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान नहीं जाएंगे.'

उन्होंने पाकिस्तान से सवाल करते हुए कहा, 'पाकिस्तान सेना प्रमुख बतायें कि उन्होंने निर्दोष सैनिकों पर हमला करने की शिक्षा कहां से ली है? मुख्यमंत्री होने के नाते वह पाकिस्तान नहीं जा रहे क्योंकि वह अपने नागरिकों के रक्षक हैं.'

वहीं 26/11 हमले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह बुज़दिली थी, जो पाकिस्तान ने की.

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भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिया व्यस्तता का हवाला

इससे पहले सुषमा स्वराज भी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में व्यस्त रहने का हवाला देते हुए वहां जाने से इनकार कर चुकी हैं.

बता दें कि सोमवार को उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करतारपुर साहिब गलियारे की आधारशिला रखी. करतारपुर साहिब गलियारा बनने के बाद सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना आसान हो जाएगा.