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शिवसेना का बीजेपी पर सबसे बड़ा हमला, बोली - 'मोदी शासन में हिन्दुओं को 'सेक्युलर' बनाया जा रहा'

शिवसेना का मुख्य पत्र सामना के सम्पादकीय में कहा गया है कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी देश को कोंग्रेस मुक्त करने की बात करते है तो वही सर संघचालक अमेरिका के शिकागो में

Updated on: 11 Sep 2018, 11:07 AM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में बीजेपी की सबसे बड़ी सहयोगी और पिछले तीन दशक से पार्टी के साथ गठबंधन में रही और वर्तमान में भी केंद्र में एनडीए की सरकार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर और मोदी सरकार पर तेज हमला किया है। शिवसेना ने बीजेपी के ऊपर हिंदुओं को सेक्युलर बनाने का आरोप लगा दिया है। शिवसेना का मुख्य पत्र सामना के सम्पादकीय में कहा गया है कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को कांग्रेस मुक्त करने की बात करते है तो वही सर संघचालक अमेरिका के शिकागो में "हिन्दू कांग्रेस" को संबोधित किया और हिन्दुओं को आक्रामक होने की बात कही। 

सामना के सम्पादकीय में उद्धव ने हमला बोलते हुए कहा कि हिन्दू आक्रामक और एकजुट हुए इसलिए मोदी प्रधानमंत्री बने। उस एकजुटता और आक्रामकता का क्या फल मिला??

सम्पादकीय ने संपादकीय में बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शिवसेना से गठबंधन तोड़कर बीजेपी ने हिन्दुत्त्व के पीठ पर खंजर भोक्कर देखा और जो-जो आक्रामक हिंदुत्व,राष्ट्रहित का हुनकर भरते थे उसे बीजेपी दुश्मन ठहराने लगी। हिंदुत्व की सीढ़ी के सहारे सत्ता में आना और काम होते ही सीधी फेक देना,ऐसा हिंदुत्व इन दिनों जारी है।

मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अब सत्ता में बैठे दिखावटी हिन्दुत्ववादियों की "महत्वाकांक्षा हिंदुत्व" की आक्रामकता की आवाज़ बंद करना है। हिन्दुओं को उनके ही हिंदुस्तान में आतंकी ठहराकर खत्म करने की है।

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सम्पादकीय में मोहन भगवत पर हमला करते हुए कहा कि शिकागो में हिन्दू कोंग्रेस में भगवत ने मोदी और बीजेपी के "हिंदुत्व" पर कुछ कहा होता तो और अच्छा होता। उस कोंग्रेस में दो-चार हज़ार प्रतिनिधि उपस्थित थे लेकिन तुहारे हिन्दू कांग्रेस में शिवसेना को स्थान क्यों नहीं?? शिवसेना समेत दूसरे छोटे-बड़े हिंद्त्ववादी सगठन को हिन्दू कांग्रेस में स्थान देने में आपत्ति नहीं होनी चाहिए थी। तुम्हारे हिन्दुओं को एक होना है तो यह मतभेद किसलिए??

हिन्दू समाज आज निराश हो चूका है। कोंग्रेस ने जिस तरह मुसलमानों का इस्तेमाल किया। उसी तरह बीजेपी हिन्दुओं का इस्तेमाल कर रही है।

नेपाल में हिंदुत्व ख़त्म किया गया और मोदी उसपर मौन है। नेपाल,चीन और पाकिस्तान का अड्डा बन गया है। कश्मीर में हिन्दुओं के आक्रामक होना तो दूर बल्कि हिन्दू विरोधी और पाक प्रेमी महबूबा के प्रेम में हिंदुत्व राष्ट्रवाले पड़ गए और कश्मीरी पंडितों को दगा दिया।

यह सब कुछ जब हो रहा था तब सर संघचालक से आक्रामक प्रतिक्रिया की उम्मीद थी हिन्दुओं को दिया गया एक भी वचन बीजेपी सर्कार ने पूरा नहीं किया फिर वो चाहे राम मंदिर हो या सामान नागरिक कानून हो। यह सब आक्रामक हिंदुत्व का ही एजेंडा था।

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लेकिन सत्ता में आने से पहले का आक्रामक हिंदुत्व बाद में टाई-टाई फिस्स क्यों हो गया?? इसपर "वैश्विक हिन्दू कांग्रेस" में चर्चा करने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए थी।

बीजेपी कांग्रेस जैसी हो गयी है। कांग्रेस ने इतने वर्षों तक मुसलमानों की खुशामत की। मोदी शासन में हिन्दुओं की खुशामत तो छोड़िये उन्हें "सेक्युलर" बनाया जा रहा है।

कांग्रेस से कांग्रेस की ओर,देश की ऐसी यात्रा शुरू हो चुकी है।