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शाह-ठाकरे मुलाकात: शिवसेना का बीजेपी पर हमला, सामना में कहा- हार के बाद संपर्क की ज़रूरत क्यों पड़ी

शिवसेना ने मुखपत्र सामना में कहा है कि उप चुनावों में हार के बाद ही संपर्क अभियान की ज़रूरत क्यों पड़ रही है।

Updated on: 06 Jun 2018, 10:56 AM

नई दिल्ली:

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 'संपर्क फॉ़र समर्थन' अभियान के तहत बुधवार शाम को शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। लेकिन उसके पहले ही शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के ज़रिए बीजेपी की इस कोशिश पर निशाना साधा है।

शिवसेना ने मुखपत्र सामना में कहा है, 'उप चुनावों में हार के बाद ही संपर्क अभियान की ज़रूरत क्यों पड़ रही है। बीजेपी इस अभियान के ज़रिए सबको साथ लेकर चलना चाहती है, लेकिन सरकार और जनता के बीच ही संपर्क टूट गया है। संपर्क बनाना, तोड़ना बीजेपी का व्यापारिक गणित है।'

सामना में लिखा गया है, 'पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, किसान सड़क पर हैं, इन सब के बावजूद बीजेपी चुनाव जीतना चाहती है।'

पार्टी ने कहा, 'जिस तरह बीजेपी ने साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पालघर का चुनाव जीता उसी तरह बीजेपी किसानों की हड़ताल को खत्म करना चाहती है। चुनाव जीतने की शाह की जिद को हम सलाम करते हैं।'

शिवसेना ने कहा है कि पीएम मोदी दुनिया में और शाह देश में संपर्क चला रहे हैं। 

2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र बीजेपी सभी सहयोगी दलों से संपर्क कर रही है और कुनबे को साथ रखने की कवायद में जुटी हुई है। जिसके तहत नाराज़ सहयोगियों को भी वो मनाने की कोशिश कर रही है।

हाल के दिनों में बीजेपी और शिवसेना के रिश्तों में तल्ख़ी आई है और पालघर लोकसभा के उपचुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ी भी थी। लेकिन इस तल्खी के अमित शाह मुबंई में मातोश्री जाकर शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।

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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 3 जून को रामविलस पासवान से मुलाकात की थी। उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद वो शिरोमणि अकाली दल को नेताओं से बात करेंगे।

अमित शाह ने बिहार की राजधानी पटना में 7 जून को एनडीए के घटक दलों के नेताओं को भोज पर आमंत्रित किया है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री पासवान तथा उपेन्द्र कुशवाहा हिस्सा लेंगे।

इसके अलावा एनडीए के विधायक पार्टी के नेता और पदाधिकारी भी शामिल होंगे।

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