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बीजेपी-शिवसेना का टूटा गठबंधन, 2019 में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी उद्धव की पार्टी

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए की पुरानी सहयोगी रही शिवसेना ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है।

Updated on: 23 Jan 2018, 01:42 PM

highlights

  • टूटा सालों पुराना बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन
  • 2019 का चुनाव अपने दम पर लड़ेगी शिवसेना

 

नई दिल्ली:

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीएन सरकार को बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए की पुरानी सहयोगी रही शिवसेना ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है।

शिवसेना के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस पर मुहर भी लग गई है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में शिवसेना एनडीएन गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ेगी। महाराष्ट्र में अगला विधानसभा चुनाव भी शिवसेना अकेले दम पर उतरेगी।

एनडीए से गठबंधन तोड़ने को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैंने प्रण लिया है कि हिंदुत्व की रक्षा के लिए हर राज्य में चुनाव लड़ूंगा।'

शिवसेना सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, 'हमारी पार्टी ने साल 2019 का लोकसभा चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला लिया है।'

गौरतलब है कि हिंदुत्व की राजनीति करने वाली शिवसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन साल 1989 में हुआ था। उस वक्त उद्धव ठाकरे के पिता बाला साहेब ठाकरे पार्टी के मुखिया थे। बीजेपी के साथ गठबंधन में 1999 से साल 2014 तक शिवसेना महाराष्ट्र में विपक्ष की भूमिका थी।

हालांकि 25 साल पुराना ये गठबंधन साल 2014 में महाराष्ट्र में हुए विधानसभा में सीटों के विवाद को लेकर टूट गया था। लेकिन बाद में बीजेपी को बढ़त मिलने के बाद शिवसेना ने फिर से अपना समर्थन दे दिया था।

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बीते कई दिनों से बीजेपी और शिवसेना के बीच खटपट की खबरे आती रही हैं। शिवसेना ने कई बार एनडीए के स्टैंड अलग जाकर टिप्पणियां भी की है और मोदी सरकार की नीतियों पर उन्हें घेरा भी था।

मुंबई में हुई बीएमसी चुनाव में भी दोनों पार्टियों के बीच अनबन की खबरें आई थी।

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