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शत्रुघ्न सिन्हा ने किया स्वीकार, आरजेडी से बार-बार मिल रहा है ऑफर

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्हें 2019 के आम चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की तरफ से प्रस्ताव आया है, लेकिन वह भाजपा नहीं छोड़ेंगे।

Updated on: 19 Jun 2018, 08:42 PM

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्हें 2019 के आम चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की तरफ से प्रस्ताव आया है, लेकिन वह भाजपा नहीं छोड़ेंगे।

बीजेपी से नाराजगी और पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच शत्रुघ्न ने न्यूज18 इंडिया के साथ विशेष बातचीत में कहा, 'मैं उस वक्त से बीजेपी में हूं, जब केंद्र में बीजेपी दो सीटों की पार्टी हुआ करती थी। यह मेरी पहली और आखिरी पार्टी है। मैं पार्टी नहीं छोड़ूंगा। इसलिए पार्टी में शामिल नहीं हुआ था कि एक दिन पार्टी छोड़ूंगा।

उन्होंने कहा, अगर पार्टी मुझे निकालना चाहती है, मुझे छोड़ना चाहती है तो मैं उनके निर्णय को चुनौती नहीं दूंगा। मैं उनके निर्णय को सर आंखों पर लूंगा। अगर बात निकलने और निकालने की हो और जब आदमी विवश हो जाता है तो बीच का रास्ता निकलता है। बिल्ली को जब आप कमरे में बंद कर देते हैं और कहीं से रास्ते नहीं दिखेगा तो वह पंजा तो मारेगी ही। मैंने फिलहाल अभी तक पंजा नहीं मारा है।'

शत्रुघ्न राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव द्वारा दी गई इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे, जिससे उनके भावी राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें लगने लगीं। लालू प्रसाद की पार्टी से 2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रस्ताव मिलने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'जबतक मैं पार्टी में हूं, पार्टी की मर्यादा का उल्लंघन नहीं करूंगा। वे तड़पाएंगे तड़पा लें, ठुकराएंगे ठुकरा लें, हम तड़प तड़प कर भी गीत गाएंगे जब तक हम तुम्हारे साथ है।'

शत्रुघ्न ने आगे कहा, 'उनकी तरफ से मुझे ऐसे ऑफर आतें हैं कि मेरी आंख नम हो जाती है। उन्होंने मुझे ऑफर दिया है कि आप पार्टी संभालिए। हालांकि लालू मेरे पारिवारिक मित्र हैं, लेकिन मैंने अभी फैसला इसलिए नहीं किया, क्योंकि अभी वह घड़ी नहीं आई है।'

लालू प्रसाद के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं समझता हूं की लालू प्रसाद देश के चंद सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं। आप भले ही कहें कि अरे वह चारा घोटाले में हैं, लेकिन आज लोग अदालत की बात का यकीन नहीं करते। यह बड़े दु:ख की बात है।

उन्होंने कहा, लोग कहते हैं उन्हें फंसाया गया है। लोग कहते हैं कि हम मानते ही नही हैं कि कोई मुख्यमंत्री एक करोड़ या 86 लाख रुपये का गबन करेगा। उस वक्त का डीएम क्या कर रहा था? मैं इल्जाम नहीं लगा रहा हूं। यह अदालत का मामला है और उसका फैसला हम सिर आखों पर रखते हैं।'

शत्रुघ्न ने कहा, 'तेजस्वी के अंदर आज इतनी परिपक्वता है कि वह किसी विषय का गहन अध्ययन करता है। उसे पता है कि बात कहां से शुरू कर के कहां खत्म करनी है। उसकी लोकप्रियता इतनी है कि यूथ पागल हैं तेजस्वी के पीछे। लालू का परिवार राबड़ी, मीसा, तेजस्वी, लालू ये किसी तूफान और सुनामी से कम नहीं हैं। हमें इनसे एक गुट और एकजुट होकर लड़ने की आवश्यकता है। अगर इनसे एकजुट होकर नहीं लड़े तो ये सबको उठा ले जाएंगे।'

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2019 में बीजेपी एक तरफ और पूरा विपक्ष एकजुट खड़ा है। इस पर बीजेपी सांसद ने कहा, 'मैं ज्योतिष तो नहीं हूं, लेकिन खतरे की घंटी देख रहा हूं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष फिल्म स्टार और स्पोर्ट्स स्टार के पास जा रहे हैं। यह वक्त है समर्थन से ज्यादा समर्पण पर ध्यान देने का।

उन्होंने इन सबके साथ-साथ हमें गिले-शिकवे दूर कर के अपने वरिष्ठ नेताओं जैसे आडवाणीजी, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा से भी समर्थन लेना चाहिए। आज हमारे विरोधी - कर्नाटक, बंगाल, आंध्रा, केरल के मुख्यमंत्री- मिलकर केजरीवाल के समर्थन में आए हैं। इससे विपक्ष मजबूत हो रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि हमसब मिलकर इस विपक्ष से निपटने में सक्षम होंगे।

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