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गोहत्या विरोधी कानून पर संघ प्रमुख भागवत के बयान पर शरद पवार का पलटवार, कहा-सावरकर भी गोहत्या के विरोधी नहीं थे

गोहत्या को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने हमला बोला है।

Updated on: 11 Apr 2017, 11:28 PM

highlights

  • गोहत्या को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सुप्रीमो शरद पवार का पलटवार
  • पवार ने कहा वीर सावरकर भी कहा करते थे कि अगर कोई गाय खाता है तो मैं उसे दोषी नहीं ठहरा सकता

New Delhi:

गोहत्या को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने हमला बोला है।

अपनी आत्मकथा के विमोचन के मौके पर पवार ने सावरकर के हवाले से कहा कि देश में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाना सही नहीं है। पवार ने कहा, 'वीर सावरकर कहा करते थे कि गाय किसानों पर बोझ नहीं बननी चाहिए। अगर कोई उसे खाता है तो मैं उसे दोषी नहीं ठहरा सकता।'

कुछ दिनों पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने देश में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाए जाने की दिशा में कानून बनाए जाने की मांग करते हुए कथित गोरक्षकों के हिंसा की निंदा की थी।

महावीर जयंती के मौके पर भागवत ने कहा था कि गोहत्या पर कानून बनाया जाना चाहिए साथ ही इसे पूरे देश में लागू करने की सरकार की जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि 'जिन राज्य सरकारों में समर्पित स्वयंसेवक हैं, उन राज्य सरकारों ने इसके लिए कानून बनाए हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि यह कानून पूरे देश के लिए बने।'

भागवत ने कहा था, 'गोरक्षा का काम इस तरह से किया जाए कि अधिक से अधिक लोग इस मुहिम से जुड़ें और इस काम को करने वालों को प्रशंसा मिले। अहिंसक प्रयासों से कानून में बदलाव का रास्ता भी साफ होगा। कहीं कानून हो चाहे ना हो, लेकिन यदि समाज का व्यवहार बदलता है तो गोहत्या बंद हो जाएगी।'

संघ प्रमुख मोहन भागवत का यह बयान तथाकथित गोरक्षकों द्वारा राजस्थान में एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद मचे बवाल के बाद आया था।

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