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पीडीपी-बीजेपी गठबंधन को झटका, श्रीनगर लोकसभा सीट से जीते फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लगाए जाने की मांग की

जम्मू-कश्मीर की पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार को झटका देते हुए नैशनल कॉन्फ्रेंस ने श्रीनगर लोकसभा सीट जीत ली है।

Updated on: 15 Apr 2017, 04:42 PM

highlights

  • जम्मू-कश्मीर की पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार को झटका देते हुए नैशनल कॉन्फ्रेंस ने श्रीनगर लोकसभा सीट जीत ली है
  • नैशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार फारुक अब्दुल्ला ने पीडीपी के नजीर अहमद खान को हराकर श्रीनगर सीट पर कब्जा कर लिया है

New Delhi:

जम्मू-कश्मीर की पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार को झटका देते हुए नैशनल कॉन्फ्रेंस ने श्रीनगर लोकसभा सीट जीत ली है।

नैशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार फारूक अब्दुल्ला ने पीडीपी के नजीर अहमद खान को 9,900 से अधिक वोटों से हराया है। श्रीनगर सीट के नतीजों को राज्य की गठबंधन सरकार के अब तक के काम-काज से लोगों की नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है।

इससे पहले दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, असम, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की 10 विधानसभा सीटों पर हुए उप-चुनाव में 6 सीटों बीजेपी जीत दर्ज करने में सफल रही थी। वहीं कांग्रेस ने कर्नाटक की दोनों सीटों पर जीत दर्ज की थी।

जीत के बाद लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि चुनावी नतीजे नैशनल कॉन्फ्रेंस के पक्ष में बने जनादेश को बयां करते हैं। अब्दुल्ला ने उपचुनाव राज्य के इतिहास में अब तक का सबसे हिंसक चुनाव बताते हुए राज्य में राज्यपाल शासन लगाए जाने की मांग की।

श्रीनगर लोकसभा सीट पर पीडीपी के पूर्व सांसद तारिक हमीद कर्रा के इस्तीफे के बाद चुनाव हुआ था। कर्रा ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के बाद राज्य में हुई हिंसा को रोकने में सरकार की विफलता को लेकर अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।

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श्रीनगर लोकसभा सीट पर हुआ चुनाव हिंसक रहा था, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी। चुनावी हिंसा की वजह से चुनाव आयोग को अनंतनाग सीट पर हुए उप-चुनाव को टालना पड़ा था। हिंसा की वजह से इस सीट पर पिछले 30 सालों के मुकाबले सबसे कम 6.5 फीसदी मतदान हुआ था।

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