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संविधान और लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए कई बार त्याग करना पड़ता है: खड़गे

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को इस समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए कई बार त्याग करना पड़ता है।

Updated on: 09 Jun 2018, 07:56 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने भले ही सरकार बना ली हो लेकिन सच यही है कि कांग्रेस को बड़ी पार्टी होने के नाते मंत्रीमंडल बंटवारे को लेकर जितनी प्रमुखता मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली।

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को इस समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए कई बार त्याग करना पड़ता है।

खड़गे ने कहा, 'संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें कई बार त्याग करना होगा। हमारे कुछ सदस्य बेंगलुरू में कैबिनेट बंटवारे से असंतुष्ट हैं। आलाकमान इस बारे में उनसे बात करेंगे।'

उन्होंने आगे कहा, 'उन्हें भी पता है कि कांग्रेस ने यह फ़ैसला क्यों लिया है और वह ख़ुद भी कहते हैं हम पार्टी के प्रति वफ़ादार रहेंगे और साथ नहीं छोड़ेगे लेकिन हमारे साथ अन्याय हुआ है और इसे ठीक किया जाना चाहिए।'

खड़गे ने 2019 लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टी सदस्यों के बीच एकता बनाए रखने पर बल दिया। उन्होंने कहा, '2019 का आम चुनाव हम सबके लिए काफी महत्वपूर्ण है। हम सब को साथ जुड़े रहना होगा और मिलकर काम करना होगा। मुझे आशा है कि एकता बनाते हुए हम सभी अपने प्रयास में सफल होंगे।'

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