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औरंगाबाद: 'वंदे मातरम' के दौरान खड़े नहीं हुए AIMIM कॉरपोरेटर्स, BJP-शिवसेना के नेताओं ने की हाथापाई

मीटिंग की शुरुआत में 'वंदे मातरम' का गान हुआ। लेकिन इस दौरान AIMIM के दो कॉरपोरेटर्स खड़े नहीं हुए। हंगामा यहीं से शुरू हुआ।

Updated on: 19 Aug 2017, 06:08 PM

highlights

  • औरंगाबाद नगर निगम की बैठक के दौरान हुआ विवाद
  • AIMIM के दोनों कॉरपोरेटर्स को एक दिन के लिए किया गया निलंबित

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला महाराष्ट्र के औरंगाबाद का है जहां नगर निगम के बैठक में 'वंदे मातरम' गीत के दौरान AIMIM के दो कॉरपोरेटर्स के खड़े नहीं होने पर बीजेपी-शिवसेना के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। 

आलम ये हुआ कि बात धक्का-मुक्की और हाथापाई तक जा पहुंची। इस बैठक में बीजेपी और शिवसेना से कॉरपोरेटर्स भी मौजूद थे। बाद में AIMIM के दोनों कॉरपोरेटर्स के एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।

दरअसल, मीटिंग की शुरुआत में 'वंदे मातरम' का गान हुआ। लेकिन इस दौरान AIMIM के दो कॉरपोरेटर्स खड़े नहीं हुए। इस बात पर शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के कॉरपोरेटर्स हंगामा करने लगे। 

जल्द ही मामला तक जा पहुंचा। इस हंगामा के दौरान हॉल में मौजूद माइक्रोफोन, टेबल और पंखे तक तोड़े गए।

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विरोध के दौरान शिवसेना-बीजेपी के कॉरपोरेटर्स ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। यह भी नारा लगाया गया, 'अगर इस देश में रहना होगा, वंदे मातरम गाना होगा।'

हंगामा बढ़ते ही चेयरमैन मेयर भगवानदास गढ़ामोडे (बीजेपी) ने दो बार कार्यवाही स्थगित की। साथ ही AIMIM के दोनों कॉरपोरेटर्स को भी दिन भर के लिए निलंबित कर दिया गया। 

बता दें कि औरंगाबाद नगर निगम में AIMIM 25 कॉरपोरेटर्स के साथ सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। सत्ताधारी शिवसेना के 29 जबकि बीजेपी के 22 कॉरपोरेटर हैं।

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