logo-image

हिंदुओं के खिलाफ 'औरंगजेब वाली तानाशाही' ममता बनर्जी का करियर खत्म कर देगी: RSS

आरएसएस के विचारक राकेश सिन्हा ने कहा कि ममता अपने फैसलों के कारण जिस दिशा में जा रही हैं, इससे उनका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा।

Updated on: 17 Sep 2017, 10:06 AM

highlights

  • ममता बनर्जी ने मुहर्रम के दिन मू्र्ति विसर्जन नहीं करने की बात कही है
  • आरएसएस, बीएची कर चुके हैं आलोचना, विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजा का कार्यक्रम करेगा बीएचपी
  • आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने कहा- जेहादी कर रहे हैं बंगाल पर शासन

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भगवा ब्रिगेड को आग से नहीं खेलने की नसीहत की तुलना आरएसएस ने 'औरंगजेब की तानाशाही' से की है।

आरएसएस ने कहा है कि हिंदू त्योहारों, संस्कृति और धार्मिक आधार के खिलाफ ममता बनर्जी की 'औरंगजेब वाली तानाशाही' से उनका राजनीतिक करियर खत्म कर देगी।

आरएसएस के विचारक राकेश सिन्हा ने कहा कि ममता अपने फैसलों के कारण जिस दिशा में जा रही हैं, इससे उनका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा।

राकेश सिन्हा ने कहा, 'यह आरएसएस और उसके सगयोगी संगठन नहीं हैं जो आग से खेल रहे हैं। सीएम खुद ऐसा कर रही हैं। उनका तुगलकी आदेश या कह लीजिए कि 'औरंगजेब वाली तानाशाही' उनके लिए ही पराजय का कारण होगा। वह जिस दिशा में बढ़ रही है वह उनके राजनीतिक करियर का खात्मा है। वह जेहादी तत्वों से घिरी हुई हैं।'

यह भी पढ़ें: CBSE ने रायन स्कूल को नोटिस भेजकर पूछा, क्यों न हो मान्यता रद्द ?

साथ ही राकेश सिन्हा ने कहा कि बंगाल पर जेहादी शासन कर रहे हैं। राकेश सिन्हा के मुताबिक ममता का बंगाल को इस्लामिक राज्य बनाने का उद्देश्य अब सभी के सामने आ गया है।

बता दें कि ममता बनर्जी ने आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों (बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद) को चेतावनी दी है कि वह दुर्गा पूजा और मुहर्रम के दौरान माहौल बिगाड़ने की कोशिश ना करें। ममता ने कहा था कि यह 'आग से खेलने' के तरह होगा।

साथ ही ममता ने मुहर्रम के दिन मूर्ति विसर्जन नहीं किए जाने के अपने फैसले को भी दोहराया। ममता ने कहा, 'एक बात साफ होनी चाहिए। मुहर्रम के दिन कोई विसर्जन नहीं होना चाहिए। मैंने पूजा समितियों से मीटिंग करने के बाद इस बारे में ट्वीट भी किया था।'

ममता का यह बयान बीएचपी के उस फैसले के बाद आया है जिसमें संगठन ने विजयदशमी के दौरान शस्त्र पूजन का कार्यक्रम करने की बात कही थी।

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी बर्थडे: तस्वीरों के जरिए जानिए एक चायवाले के प्रधानमंत्री बनने की पूरी कहानी