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गोरक्षा के लिए मुस्लिमों ने भी दी अपनी जान: मोहन भागवत

उन्होंने कहा, 'गोरक्षक और गोरक्षा का प्रचार करने वाले मुस्लिम भी हैं दूसरे संप्रदायों के भी हैं।'

Updated on: 30 Sep 2017, 02:27 PM

नई दिल्ली:

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने विजयादशमी के मौके पर कथित गोरक्षकों द्वरा की गई हत्या को लेकर निशाना साधा है।

भागवत ने गोरक्षकों के मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा, 'यह निंदनीय है कि कुछ लोगों की गोरक्षकों द्वारा कथित रूप से हत्या कर दी गई और उसके साथ ही बहुत सारे लोग गो तस्करों के हाथो मारे गए।

उन्होंने कहा, 'गोरक्षक और गोरक्षा का प्रचार करने वाले मुस्लिम भी हैं दूसरे संप्रदायों के भी हैं। गाय की रक्षा करने वालों की भी हत्या हुई यूपी में जिसमें सिर्फ बजरंग दल वाले नहीं मुस्लिम भी शहीद हुए।'

कथित गोरक्षकों द्वारा की जा रही हत्या पर कार्रवाई को लेकर भागवत ने कहा, 'जो गोरक्षा की आड़ में हिंसा करते हैं कानून उन पर ऐक्शन लेगा।'

हालांकि गोरक्षकों को अपना समर्थन देते हुए भागवत ने कहा, 'गोरक्षकों को परेशान नहीं होना चाहिए अपना काम करते रहना चाहिए। किसी पर शब्द चिपकाना उसे बदनाम करना ठीक नहीं, विजिलांटे शब्द को गाली जैसा बना दिया और गाय के साथ चिपका दिया।'

जेहादियों से रोहिंग्या के संबंध, देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा: मोहन भागवत

मोहन भागवत दशहरे के मौके पर नागपुर में आयोजित शस्त्र पूजन पर देशवासियों को संबोधित कर रहे थे।

वहीं रोहिंग्या मुद्दे पर पूरे देश में चल रहे विवाद पर भागवत ने कहा, 'अगर हमने इन लोगों को यहां रहने दिया तो वह न केवल हमारे रोज़गार को प्रभावित करेंगे बल्कि देश की सुरक्षा भी प्रभावित होगी। मानवता के नाम पर हम अपनी मानवता नहीं खो सकते।'

आगे उन्होंने रोहिंग्या के आने पर सवाल खड़े करते हुए कहा, 'वह यहां क्यों आए हैं? वहां क्यों नहीं रह सके? क्योंकि उनके संबंध जेहादी ताक़तों के साथ उजागर हो गए हैं। इसलिए उनके देश के शासन का रवैया भी उनके लिए कड़ा है।'

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