RSS प्रमुख भागवत के बाघ और कुत्ते वाले बयान पर ओवैसी ने किया पलटवार, कहा - लोगों को बना रहे अमानवीय
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के शिकागो में चल रहे विश्व हिन्दू कांग्रेस में हिन्दुओं पर दिए बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के शिकागो में चल रहे विश्व हिन्दू कांग्रेस में हिन्दुओं पर दिए बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा, 'वो (आरएसएस) दूसरों को कुत्ता बुलाकर और खुद को बाघ मानकर लोगों को अमानवीय बनाने का विचार कर रहे हैं। बीते 90 सालों से यह आरएसएस की भाषा रही है जिससे मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं। भारत के लोग उनकी यह मूर्ख बनाने वाली और भौंडी भाषा को पूरी तरह खारिज कर देंगे।'
गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विश्व हिन्दू कांग्रेस सम्मेलन में हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा, 'हिंदुओं का एकसाथ आना एक मुश्किल कार्य है। पहले जब हमारे स्वंयसेवक लोगों को संगठित करने की कोशिश करते थे, वे लोग कहा करते थे कि 'एक शेर कभी भी समूह में नहीं चलता' लेकिन शेर या रॉयल बंगाल टाइगर जोकि जंगल का राजा होता है, अगर वह अकेला है, तो आवारा कुत्ते एकसाथ मिलकर उसपर आक्रमण कर सकते हैं, उसे क्षति पहुंचा सकते हैं।'
और पढ़ें: हिंदू किसी का विरोध नहीं करता लेकिन उसे एकजुट होने की जरूरत: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
दूसरा विश्व हिंदू कांग्रेस स्वामी विवेकानंद द्वारा 1893 में विश्व धर्म संसद में दिए ऐतिहासिक भाषण की 125वीं वर्षगांठ पर आयोजित किया जा रहा है।
भागवत ने दुनिया को संगठित करने के बारे में भगवान कृष्ण और युधिष्ठिर का उदाहरण दिया, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि दोनों ने कभी भी एक-दूसरे का विरोध नहीं किया।
उन्होंने कहा, 'पूरे विश्व को एकसाथ लाने की प्रमुख चाबी नियंत्रित अहंकार और मतैक्य को स्वीकार करना है।' भागवत ने कहा, 'यह समय है कि हिंदू समाज अपनी एकता को दुनिया को दिखाए और पुरानी बुद्धिमत्ता और मूल्यों की ओर लौटे।'
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