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11 सालों में राजनीतिक दलों को मिला 11367 करोड़ रु का चंदा, 69 फीसदी चंदे का स्रोत साफ नहीं : रिपोर्ट

एक रिपोर्ट के अनुसार 11 सालों में राजनीतिक दलों को मिले कुल चंदे का 69 फीसदी अज्ञात स्रोत से मिला है।

Updated on: 25 Jan 2017, 07:35 AM

highlights

  • 11 सालों में राजनीतिक दलों ने कमाए 11, 367.34 करोड़ रुपये, अज्ञात स्रोंतो से मिला 69 फीसदी हिस्सा
  •  कांग्रेस की कुल आमदनी का 3,323.39 करोड़ रुपए यानी 83 फीसदी हिस्सा ज्ञात स्रोतों से मिला
  • बीजेपी को कुल आमदनी का 65 फीसदी हिस्सा यानी 2,125.91 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से मिला

नई दिल्ली:

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानि एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक 11 सालों में राजनीतिक दलों को मिले कुल चंदे का 69 फीसदी हिस्सा अज्ञात स्रोत से मिला है।

एडीआर के अनुसार 2004-05 से 2014-15 के बीच राजनीतिक दलों की आमदनी 11, 367.34 करोड़ रुपये रही। जिसमें 7,833 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से मिले। इस तरह से चंदा पाने वालों में सबसे ऊपर कांग्रेस और बीजेपी का नाम है।

रिपोर्ट के अनुसार प्रत्यक्ष चंदा सिर्फ 1,835.63 करोड़ रुपये है जो कुल चंदे का सिर्फ 16 प्रतिशत है। वहीं अन्य प्रत्यक्ष स्रोतों से 11 साल के दौरान राजनीतिक दलों को 1,698.73 करोड़ रुपए मिले, जो कि कुल आमदनी का 15 फीसदी है।

एडीआर के अनुसार, 'इन 11 सालों में कांग्रेस की कुल आमदनी का 3,323.39 करोड़ रुपए यानी 83 फीसदी अज्ञात स्रोतों से मिला है। जबकि बीजेपी को कुल आमदनी का 65 फीसदी हिस्सा यानी 2,125.91 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से मिला है।'

अज्ञात स्रोतों से कमाई के मामले में क्षेत्रीय दल भी पीछे नहीं है। क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी की कुल आमदनी का 94 फीसदी यानि 766.27 करोड़ रुपये और शिरोमणि अकाली दल का 86 फीसदी यानि 88.06 करोड़ रुपये ज्ञात स्रोतों से मिले हैं।

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रिपोर्ट के अनुसार 2004-05 के दौरान राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से हुई 274.13 करोड़ रुपये की कुल आमदनी 2014-15 में 313 प्रतिशत बढ़कर 1,130.92 करोड़ रुपये हो गयी। क्षेत्रीय दलों की आय भी 37.393 करोड़ रुपए से 652 प्रतिशत बढ़कर 281.01 करोड़ रुपए हो गयी। 

बीते दिनों आम आदमी पार्टी के अपने वेबसाइट से चंदा देने वालों की सूची हटा लेने पर काफी विवाद हुआ था। इस तरह की मांग जोर पकड़ने लगी थी कि पार्टियों को मिलने वाले चंदे पर भी कोई ठोस और पारदर्शी कानून बने।