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राम मंदिर वाले बयान पर शशी थरूर की सफाई, कहा- मीडिया ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया

उन्होंने कहा, 'एक साहित्यिक महोत्सव में मेरे निजी विचार पूछे गए थे और मैंने वही दिए. मैं अपनी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं और न ही उसके लिए बोलने का दावा करता हूं.'

Updated on: 15 Oct 2018, 07:12 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मीडिया पर राम मंदिर मुद्दे पर उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि जो भी उन्होंने कहा वह उनके विचार हैं न कि उनकी पार्टी के. थरूर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, 'मैं अपने राजनीतिक आकाओं की सेवा में लगी कुछ मीडिया द्वारा मेरे शब्दों को द्वेषपूर्ण रूप से तोड़-मरोड़कर पेश करने की निंदा करता हूं. मैंने कहा था, 'अधिकतर हिंदू मंदिर चाहते हैं क्योंकि वे इसे राम का जन्मस्थान मानते हैं. लेकिन कोई भी अच्छा हिंदू नहीं चाहेगा कि किसी अन्य के पूजा स्थल को ध्वस्त कर इसका निर्माण किया जाए.'

उन्होंने कहा, 'एक साहित्यिक महोत्सव में मेरे निजी विचार पूछे गए थे और मैंने वही दिए. मैं अपनी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं और न ही उसके लिए बोलने का दावा करता हूं.'

इससे पहले थरूर की तथाकथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा था कि वह यह जानकर 'हतप्रभ' हैं कि शशि थरूर का मानना है कि 'असली हिंदू अयोध्या में राम मंदिर नहीं चाहते हैं.'

जावडेकर ने कहा, 'यह थरूर या राहुल गांधी के विचार हो सकते हैं, लेकिन आम आदमी के नहीं. यह दिखाता है कि वे कैसे वास्तविकता से कटे हुए हैं.'

बयान से पता चलता है कि कैसे वह वास्तविकता से कटे हुए हैं और चुनाव के दौरान केवल हिंदू बनते हैं.

जाबड़ेकर ने बोला थरूर पर हमला

जावड़ेकर ने कहा, 'यह आश्चर्य की बात है कि शशि थरूर का मानना है कि सच्चे हिंदू अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहते हैं. यह विचार थरूर या राहुल गांधी का हो सकता है लोगों का नहीं. इससे पता चलता है कि वे वास्तविकता से कैसे कटे हुए हैं और केवल चुनाव के दौरान हिंदू बनते हैं.'

बता दें कि इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शशि थरूर ने कहा था, 'अच्छे हिन्दू कभी नहीं चाहेंगे कि राम मंदिर वहां बने, जहां बाबरी मस्जिद था.' थरूर के इस बयान के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी उनपर हमला बोला था.

कांग्रेस को थरूर पहुंचाएंगे नुकसान

स्वामी ने कहा था, 'हम उस आदमी को लेकर कैसे बात कर सकते हैं, जो चार्ज शीटेड है. वो नीच आदमी है.' स्वामी ने यह भी कहा था कि थरूर का बयान कांग्रेस को भारी नुक्सान पहुंचाएगा.'

स्वामी ने कहा कि थरूर को राम मंदिर और हिंदुत्व के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. सभी संत अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होते देखना चाहते हैं. हालांकि इस बयान के बाद कांग्रेस ने किनारा कर लिया है.

कांग्रेस ने किया किनारा

कांग्रेस के आरपीएन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'उनका जो भी बयान है वो निजी है. यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है। कांग्रेस का हमेशा से यह रुख रहा है और आज भी स्पष्ट तौर पर मानना है कि सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला ले उसे सभी को मानना चाहिए.'