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आरएसएस की तीन दिवसीय बैठक नागपुर में शुरू, नए सरकार्यवाह का होगा फैसला

हिंदू संगठन और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार को नागपुर में शुरू हो गई है।

Updated on: 09 Mar 2018, 01:42 PM

highlights

  • बैठक में संगठन के विस्तार और एजेंडे के बारे में चर्चा की जाएगी
  • देश भर से चुने हुए 1500 की संख्या में प्रतिनिधि और आमंत्रितगण पहुंचेंगे
  • तीन दिवसीय इस बैठक में अगले सरकार्यवाह की भी घोषणा की जाएगी

नागपुर:

हिंदू संगठन और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार को नागपुर में शुरू हो गई है।

हर तीन साल बाद नागपुर में होने वाली इस बैठक में संगठन के अगले तीन सालों का खाका तैयार किया जाएगा। सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी आरएसएस के कार्यों और मिशन के बारे में कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।

साथ ही इस बैठक में अगले सरकार्यवाह की भी घोषणा की जाएगी जिसके लिए दत्तात्रेय होसबले का नाम तय माना जा रहा है। सरकार्यवाह सरसंघचालक के बाद आरएसएस में नंबर दो की जिम्मेदारी है।

संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने गुरुवार को कहा था, 'देश भर से चुने हुए प्रतिनिधि और आमंत्रितगण करीब 1500 की संख्या में यहां डॉ हेडगेवार स्मृति भवन में पहुंचने वाले हैं।'

उन्होंने कहा कि सभी चुने हुए प्रतिनिधि अगले तीन साल के लिए सरकार्यवाह को चुनेंगे। बता दें कि भैयाजी जोशी पिछले 9 सालों से संघ के सरकार्यवाह का पद संभाल रहे हैं, उनका यह तीसरा कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा है।

साथ ही इस बैठक में संगठन के विस्तार और एजेंडे के बारे में चर्चा की जाएगी।

बता दें कि आरएसएस अपने संगठन के विस्तार की दिशा में तेजी से काम कर रहा है जिसके लिए यह संगठन ग्रामीण स्तर पर भी अपने कैडर को तैयार कर रहा है। आरएसएस का एक प्रमुख लक्ष्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का भी है।

हाल ही में उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए एक कार्यक्रम 'राष्ट्रोदय सम्मेलन' में इसके करीब 1.70 लाख स्वयंसेवक जुटे थे।

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