मणिशंकर के 'महागठबंधन' आइडिया पर पासवान ने किया हमला, कहा- 'सौ लंगड़े मिलकर एक पहलवान नहीं बन सकते'
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने मणिशंकर अय्यर के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा है कि 'सौ लंगड़े मिलकर एक पहलवान नहीं बन सकते।'
नई दिल्ली:
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने मणिशंकर अय्यर के बयान पर बिना नाम लिए हुए चुटकी लिया और कहा, 'सौ लंगड़े मिलकर एक पहलवान नहीं बन सकते।'
रामविलास पासवान ने अय्यर के उस बयान पर चुटकी ली है जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन करना चाहिए।
अय्यर ने कहा था कि जैसे 2004 में सोनिया गांधी ने यूपीए के तहत कई मुद्दों से जुड़ी पार्टियों को एकजुट करने का काम किया था, वैसा ही कुछ इस वक्त राहुल गांधी को तुंरत करना चाहिए।
एक निजी चैनल के वेवसाइट के ब्लॉग में यह भी कहा था कि कांग्रेस को जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है और इसके लिए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू के दिए गए उस भाषण को याद किया जो उन्होंने 1936 में लखनऊ कांग्रेस में दिया था।
Ek kahawat hai ki sau langde mil kar bhi ek pehlwan nahi ban sakta: Union Minister Ram Vilas Paswan on possibility of grand alliance in 2019 pic.twitter.com/jZrn1yB7VO
— ANI (@ANI_news) March 17, 2017
उन्होंने कहा था 'हम आम जनता से संपर्क खो चुके हैं और उनसे मिलने वाली ऊर्जा से अछूते रह गए हैं, हम सूख रहे हैं और कमजोर पड़ रहे हैं और इस तरह हमारी संस्था अपनी ताकत खोते हुए सिमटती जा रही हैं।'
ब्लॉग में अय्यर ने कहा था कि कि सबको मिलकर चलने वाले रास्ते को दोबारा पकड़ने के लिए चुनावों में लड़ना और उसे जीते जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए नेहरू का 1936 का विश्लेषण और सोनिया गांधी के 2004 में अपनाए गए यथार्थवाद रवैये को जोड़ना होगा।
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