logo-image

सीमाई राज्यों के दौरों के बाद राजनाथ सिंह ने चेताया, चीन से सतर्क रहें जवान

गृह मंत्री ने नाथुला दर्रा तथा लाचुंग में आईटीबीपी की एक चौकी का दौरा किया, जहां उन्होंने चीन-भारत सीमा पर तैनात जवानों से मुलाकात की।

Updated on: 20 May 2017, 11:18 PM

highlights

  • राजनाथ सिंह शुक्रवार से हैं सिक्किम के तीन दिनों के दौरे पर
  • पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक, ITBP जवानों से भी मिले
  • 'CAPF के शहीद जवानों के परिवार को मिलेगा एक करोड़ का मुआवजा'
  • 'ITBP के जवानों की समस्या पर भी होगी बात'

नई दिल्ली:

सिक्किम के तीन दिनों के दौरे पर गए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को भारत-चीन सीमा की चौकसी में लगे ITBP सहिता सीमा से लगे सभी राज्यों को पड़ोसी देश की तरफ से सीमा के उल्लंघन को लेकर चौकस रहने को कहा है।

राजनाथ ने आईटीबीपी की तारीफ करते हुए कहा, 'चीनी सेना अतीत में भारतीय सीमा का उल्लंघन कर चुकी है। इस तरह की घटनाएं अब कम हो गई हैं। लेकिन कभी-कभी दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ जाती हैं जिसे हम फेस-ऑफ कहते हैं। ऐसी घटनाओं का मौजूदा मकैनिजम के तहत हल किया जाता है।'

खास बात यह है कि यह बैठक ऐसे समय में हुई जब कुछ दिन पहले ही भारत ने चीन के महत्वाकांक्षी 'वन बेल्ट, वन रोड' कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार किया था। पिछले महीने दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के बाद भारत और चीन में जबानी वार-पलटवार भी हुआ था।

गृह मंत्री ने नाथुला दर्रा तथा लाचुंग में आईटीबीपी की एक चौकी का दौरा किया, जहां उन्होंने चीन-भारत सीमा पर तैनात जवानों से मुलाकात की।

पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक

जवानों से मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह ने चीन की सीमा से सटे पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पहली सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (जम्मू एवं कश्मीर), वीरभद्र सिंह (हिमाचल प्रदेश), त्रिवेंद्र सिंह रावत (उत्तराखंड), पवन कुमार चामलिंग (सिक्किम) और पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश) ने हिस्सा लिया।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बैठक का लक्ष्य पूरी सीमा की सुरक्षा के लिए मंत्रालय और पांचों राज्यों के बीच समन्वय को मजबूत करना है।

अधिकारी ने कहा कि बैठक में गृह मंत्रालय द्वारा किए गए सीमा के बुनियादी ढांचे से जुड़े कार्य, सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम और राज्यों तथा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के बीच समन्वय के मुद्दों पर चर्चा की गई।

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि पहले स्तर के तहत गृह मंत्रालय सीमा के निकट 27 सड़कों का निर्माण कर रहा है, जो साल 2019-20 में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा, '48 अन्य सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी जा रही है।'

यह भी पढ़ें: In Pics: दीपिका पादुकोण कान फिल्म फेस्टिवल से मुंबई लौटी, एयरपोर्ट पर कुछ अंदाज में आईं नजर

राजनाथ सिंह ने जनसंख्या कम होने तथा सीमा से लोगों के आने के मद्देनजर, सीमाई इलाकों में बुनियादी ढांचा सुविधाओं की जरूरत पर जोर दिया।

शहीद पैरामिलिट्री जवानों के परिवार को मिलेगा एक करोड़ रुपया मुआवजा

पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद बैठक के बाद गृह मंत्री ने कहा, 'मैंने सुनिश्चित किया है कि किसी मुठभेड़ या घटना के दौरान शहीद हुए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के सैनिकों के परिवारों को कम से कम एक करोड़ रुपया मुआवजा मिले।'

साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि पैरामिलिट्री कॉन्स्टेबल के 34,000 पदों को हेड कॉन्सटेबल के तौर पर पदोन्नति दी जाएगी।

गृह मंत्री के मुताबिक, 'यह हमारा काम है कि हम जवानों से संबंधिक समस्याओं को जाने। इसलिए हमने गृह मंत्रालय का मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया है ताकि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPFs) के जवानों की समस्या सहित पैरामिलिट्री कॉन्सटेबल के 34,000 पदों को भी तरक्की दी जाए।'

यह भी पढ़ें: RPS VS MI: मुंबई के तीसरे खिताब के बीच पुणे के पहले खिताब की जिद, कौन मारेगा बाज़ी