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राजस्थान: बाहरी छात्रों पर जजिया कर लगाएगा कोटा नगर निगम, सफाई के लिए लगेगा टैक्स

कोटा नगर निगम शहर में सफाई के लिए पैसा जुटाने को कोचिंग संस्थानों, प्राईवेट कॉलेज और स्कूलों पर नया टैक्स थोपने की कोशिश में जुट गया है।

Updated on: 23 Nov 2017, 01:47 PM

कोटा:

कोटा नगर निगम शहर में सफाई के लिए पैसा जुटाने के लिए कोचिंग संस्थानों, प्राईवेट कॉलेज और स्कूलों पर नया टैक्स थोपने की कोशिश में जुट गया है। कोटा के प्राईवेट एज्यूकेशन इंस्टीट्यूट से सफाई के नाम पर 1000 रुपए प्रति छात्र टैक्स वसूला जाएगा।

इस टैक्स के जरिए नगर निगम साल में 30 करोड़ से ज्यादा की कमाई करेगा। हालांकि टैक्स किस मद में और किस नाम से वसूला जाएगा यह अभी तक तय नहीं हो सका है। इसी के साथ जनप्रतिनिधियों ने छात्रों पर नया टैक्स थोपे जाने का विरोध भी शुरू कर दिया है।

कोटा नगर निगम ने शहर के निजी शिक्षण संस्थाओं व कोचिंग संस्थानों को नियमों के दायरे में लेने की तैयारी कर ली है। निगम सीमा क्षेत्र में संचालित शिक्षण संस्थानों को पंजीयन कराना होगा।

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प्रत्येक छात्र के हिसाब से निगम मोटी राशि वसूल करेगा। राजस्व समिति की सोमवार को हुई बैठक में निर्णय किया गया कि जिन कोचिंग संस्थानों और शिक्षण संस्थानों 250 से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, उनका निगम में पंजीयन कराना जरूरी होगा। प्रत्येक छात्र के हिसाब से शिक्षण संस्थाओं से सालाना 1000 रुपए वसूल किया जाएगा।

सालाना 30 करोड़ से ज्यादा की होगी कमाई

कोटा में 50 से ज्यादा बड़े कोचिंग संस्थानों में 1.60 लाख कोचिंग विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। इस हिसाब से नगर निगम इनसे सालाना करीब 16 करोड़ की टैक्स वसूली करेगा। वहीं 500 से ज्यादा प्राईवेट स्कूलों में 84 हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं।

जिसने 8.50 करोड़ रुपए टैक्स उगाही होगी। वहीं करीब 50 प्राईवेट डिग्री कॉलेजों में 50 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। इनसे सालाना 5 करोड़ रुपए से ज्यादा टैक्स वसूला जाएगा।

टैक्स लगाने की बताई ये वजहें

कोटा नगर निगम के अधिकारियों ने निजी शिक्षण संस्थानों पर सफाई के नाम पर नया टैक्स लगाने की वजह बताते हुए कहा कि आवासीय क्षेत्र में कोचिंग, स्कूल और कॉलेज संचालित हो रहे हैं।

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इन क्षेत्रों में नगर निगम को अपने संसाधन लगाकर साफ-सफाई करानी पड़ती है। इसलिए यह शुल्क लिया जाएगा। निगम अभी शिक्षण संस्थाओं से नगरीय कर वसूल करता है। अब छात्रों के हिसाब से भी राशि वसूल करेगा।

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