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मुस्लिमों की पार्टी विवाद पर राहुल ने दी सफाई, कहा - 'मैं कांग्रेस हूं और सबको गले लगाता हूं'

मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिलने के दौरान कथित तौर पर कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी बताकर घिरे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब ट्वीट कर इस पर सफाई दी है।

Updated on: 17 Jul 2018, 04:04 PM

नई दिल्ली:

मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिलने के दौरान कथित तौर पर कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी बताकर घिरे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब ट्वीट कर इस पर सफाई दी है। उन्होंने खुद को कांग्रेस बताते हुए कहा कि मैं पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति और उपक्षितों के साथ हूं और धर्म-जाति मेरे लिए कोई मुद्दा नहीं है।

मुस्लिमों की पार्टी वाले बयान पर बीजेपी के हमलावर होने पर राहुल ने ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा, 'मैं कांग्रेस हूं। मैं कतार के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के साथ हूं। मैं उपक्षितों, हाशिये पर और सताये हुए लोगों के साथ खड़ा हूं। उसकी जाति, उसका धर्म मेरे लिए मुद्दा नहीं है। मैं लोगों के दर्द को बांटता हूं और उन्हें गले लगाता हूं। मैं नफरत और डर मिटा देता हूं।'

गौरतलब है कि कथित तौर पर राहुल गांधी के कांग्रेस की मुस्लिमों की पार्टी बताने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आजमगढ़ की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसा था।

सोमवार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए इसे कांग्रेस का पाखंड करार दिया था। जावड़ेकर ने कहा था कि कांग्रेस एक घोर सांप्रदायिक पार्टी है।

मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर यहीं नहीं रुके और कांग्रेस की सोच को तुष्टिकरण की राजनीति बताते हुए कहा, '1984 का नरसंहार हो, भागलपुर दंगे हो या शाहबानो केस जिसमें किस प्रकार से कांग्रेस पार्टी ने एक सांप्रदायिक सोच के आगे आत्मसमर्पण कर संविधान ही बदल डाला था। ये सब दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी एक घोर सांप्रदायिक पार्टी है।'

जावड़ेकर ने मुस्लिमों को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर भी हमला बोला था और कहा था अधिकृत तौर पर उन्होंने कहा था कि संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। यही कांग्रेस की सोच है।

उन्होंने कहा, 'गृह मंत्री रह चुके सुशील कुमार शिंदे ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर आतंकवाद के आरोप में पकड़े गए मुस्लिम युवाओं को छोड़ने की वकालत की थी। कांग्रेस की इसी घृणित सोच ने ही इस देश का विभाजन किया था और आज भी संकट पैदा हो रहे हैं।'

क्या है पूरा विवाद ?

बीते हफ्ते उर्दू अखबार इंकलाब में दावा किया गया था कि राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मुलाकात के दौरान कहा था कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है।

हालांकि, बैठक में भाग लेने वाले कुछ बुद्धिजीवियों ने राहुल गांधी के इस तरह के विवादास्पद संदर्भ से इनकार किया है।

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इस रिपोर्ट को लेकर जब बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला तो कांग्रेस की तरफ से इस खबर को खारिज करते हुए बताया गया कि राहुल ने ऐसी कोई बात नहीं कही थी। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की तरफ से फेक न्यूज बता दिया था।

हालांकि अखबार अपनी रिपोर्ट पर कायम रहा और उसके बाद उसने कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चे के चेयरमैन नदीम जावेद का इंटरव्यू छापा जिसमें उन्होंने कहा कि अखबार ने कोई गलत बयान नहीं छापा है।

उर्दू अखबार में छपे इंटरव्यू के मुताबिक नदीम जावेद ने कहा राहुल गांधी ने मुसलमानों के ताल्लुक से न कोई गलत बात कही है और न ही अखबार इंकलाब ने कोई गलत खबर छापी है।

कांग्रेस के आधिकारिक रुख से जावेद के बयान के अलग होने पर मामला और गर्मा गया और बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

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