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पता चल गया प्रधानमंत्री को कितनी है आम आदमी की चिंता: राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटो को बंद करने के फैससे पर तीखी प्रकिया दी।

Updated on: 09 Nov 2016, 08:31 PM

New Delhi:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 व 1000 नोटों को मंगलवार मध्यरात्रि से अवैध घोषित करने का ऐलान देश के राजनीतिक गलियारों मे गर्माया हुआ है। प्रधानमंत्री के इस फैसले पर कई राजनीतिक प्रकियायें आनी शुरू हो गई है। जहां कई राजनीतिक पार्टियों ने इस फैसले का खुले दिल से स्वागत किया है, वहीं कांग्रेस पार्टी इस फैसले से खुश नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटो को बंद करने के फैससे पर तीखी प्रकिया दी।

राहुल ने कहा,' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखा दिया कि वह इस देश के आम लोगों का कितना ध्यान रखते हैं।किसानों, छोटे दुकानदारों और गृहणियों के लिए अत्यंत अस्त व्यस्त करने वाली स्थिति पैदा हो गई है।'

कालेधन पर सवाल उठाते हुए राहुल ने प्रधानमंत्री से पूछा 'असल अपराधी रियल एस्टेट या विदेशों में छुपाकर रखे गए अपने काले धन से चिपककर बैठे हुए हैं। आखिर 1000 रुपए के नोट को 2000 रुपए के नोट से बदलने से कालेधन की जमाखोरी को बहुत मुश्किल बनाने में किस प्रकार मदद मिलेगी?'

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कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक दलों से भी इस फैसले पर कई तरह की प्रकिया मिली है।

#एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ट्वीट कर कहा कि, हम 500 और 1000 के नोट के चलन को बंद करने के फैसले का स्वागत करतें हैं। इससे कालाधन और आतंक के फाइनेंस पर रोक लगेगी।
#बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के नोट बैन के निर्णय का किया स्वागत किया है।
#वहीं टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, विदेशों में जमा कालाधन लाने की बजाय सरकार लोगों पर बेवजह दबाव बना रही है। सोच समझ कर लिया गया फैसला नहीं है ये, सरकार को इस फैसले को वापल लेना चाहिये।
#माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा,नोट पर बैन एक राजनीतिक हथकंडा है, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों सो ध्यान हटाने के लिये ये फैसला लिया गया है।