logo-image

राहुल गांधी का नहीं छूट पा रहा राफेल मोह, फिर अलापा भ्रष्टाचार का आरोप

राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा कि राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए. कांग्रेस ने पहले ही सीवीसी से मांग की है कि राफेल डील की जांच कराई जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

Updated on: 20 Jun 2019, 05:49 PM

highlights

  • कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राफेल सौदे की जांच होनी चाहिए.
  • बोले, मैं अपने स्टैंड पर कायम कि सौदे में चोरी हुई.
  • राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दे रहे थे प्रतिक्रिया.

नई दिल्ली.:

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र में अपने अभिभाषण में राफेल सौदे को पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धि करार दिया. इस पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दो टूक कहा कि वह अब भी इस बात पर कायम हैं कि इस सौदे में चोरी हुई है. उन्होंने कहा, 'मैं अब भी अपने स्टैंड पर कायम हूं कि राफेल डील में चोरी हुई है.' राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा कि राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए. कांग्रेस ने पहले ही सीवीसी से मांग की है कि राफेल डील की जांच कराई जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

यह भी पढ़ेंः साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की NIA कोर्ट में पेशी से छूट वाली याचिका खारिज

पहले कबूल चुके हैं कि कोई सबूत नहीं
अब जब जनता तक ने राफेल को मुद्दा मानने से इंकार कर दिया है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल पर बयानबाजी जारी रखे हुए हैं. राष्ट्रपति का अभिभाषण परंपरागत तौर पर केंद्र सरकार का रोड मैप ही होता है. इस परंपरा को जानते-बूझते हुए भी कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्कपति के अभिभाषण को आधार बनाकर केंद्र सरकार पर राफेल के मुद्दे पर नए सिरे से हमला बोला है. यह तब है जब उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान न्यूज नेशन को दिए इंटरव्यू में साफ कहा था कि उनके पास कोई सबूत नहीं है, लेकिन राफेल में भ्रष्टाचार हुआ है. ऐसा उनका विश्वास है.

यह भी पढ़ेंः दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है भारत: राष्ट्रपति

केंद्र ने हमेशा कहा राफेल सौदा बेहतर
यह अलग बात है कि केंद्र सरकार शुरू से यही कहती आई है कि इस डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है और न ही ऑफसेट पार्टनर को लेकर किसी तरह का कोई पक्षपात किया गया है. यह अलग बात है कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव प्रचार में राफेल सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 'चौकीदार चोर है' का नारा बुलंद किया. यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद वह राफेल पर पीएम मोदी को घेरते रहे. उनकी देखा-देखी शेष विपक्ष ने भी राफेल को मुद्दा बनाना चाहा, लेकिन नाकाम रहे.