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लंदन में राहुल गांधी ने बताया आखिर क्यों हारे थे 2014 का लोकसभा चुनाव

राहुल ने 2014 में मिली हार पर कहा कि पार्टी के अंदर लगातार 10 साल तक सत्ता में बने रहने की वजह से अहंकार आ गया था और हमें उसी के कारण हार का मुंह का देखना पड़ा।

Updated on: 25 Aug 2018, 02:44 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस समय ब्रिटेन और जर्मनी की 4 दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान राहुल ने अपने हर संबोधन में केंद्र की मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक पर जमकर निशाना साधा है। शुक्रवार को लंदन के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटजिक स्टडीज में संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस को 2014 में मिली हार के कारण का राज खोला है।

राहुल ने 2014 में मिली हार पर कहा कि पार्टी के अंदर लगातार 10 साल तक सत्ता में बने रहने की वजह से अहंकार आ गया था और हमें उसी के कारण हार का मुंह का देखना पड़ा। हालांकि पार्टी ने अपनी हार से सबक सीखा है और अहंकार को स्वीकार किया है।

दरअसल, राहुल गांधी से जब पूछा गया कि उनकी पार्टी ने 2014 में मिली चुनावी शिकस्त से क्या सीखा, तो उन्होंने कहा, ‘10 साल तक सत्ता में रहने के बाद कांग्रेस में कुछ हद तक दंभ आ गया था और हमनें सबक सीखा।’

राहुल ने कहा, ‘आपको सुनना होगा - नेतृत्व का आशय सीखना है।’

राहुल ने कहा कि भारत नौकरियां देकर ही अपना कद बढ़ा सकता है और भारत में ‘नौकरियों का संकट’ है। 

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उन्होंने कहा कि चीन जहां प्रत्येक 24 घंटे में 50,000 नौकरियों का सृजन करता है वहीं भारत इस अवधि में महज 450 नौकरियां सृजित कर पाता है।

उन्होंने कहा, ‘भारत अपना प्रभाव कैसे बढ़ा सकता है जब आप मूल तत्वों की अनदेखी करते हैं। आप अपने कृषि क्षेत्र का समर्थन नहीं करते। ’ राहुल गांधी ने कहा, ‘अगर आप भारत की सफलता को देखेंगे तो इसे तब हासिल किया गया जब यहां विकेंद्रीकरण था। भारत के सर्वश्रेष्ठ और सबसे सफल शासकों ने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया।’

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत के लोगों को आपस में जोड़ती है जबकि बीजेपी एवं आरएसएस उन्हें बांटते हैं और नफरत फैलाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस में महिलाओं की कोई जगह नहीं है और वे उनसे ‘दोयम दर्जे के नागरिक’ जैसा सलूक करते हैं।

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गुरुवार को बर्लिन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल ने दावा किया कि देश में मूड काफी बांटने वाला है और सरकार लोगों पर एक खास विचारधारा थोपने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस इस प्रवृति का मुकाबला कर रही है।

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राहुल ने कहा कि पूरा विपक्ष एक साथ आ रहा है और बीजेपी एवं आरएसएस को देश की संस्थाओं को नष्ट नहीं करने दिया जाएगा, चाहे वह चुनाव आयोग हो, उच्चतम न्यायालय हो या कोई अन्य संस्था हो। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सभी की पार्टी है, सभी के लिए काम करती है और हमारा काम विविधता में एकता के विचार को फैलाना है।’