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तेजस्वी ने बढ़ाई राहुल गांधी की मुश्किलें, कहा- विपक्षी दल का कोई भी नेता हो सकता है प्रधानमंत्री उम्मीदवार

बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर सवाल उठा दिए हैं।

Updated on: 23 Jul 2018, 11:18 PM

पटना:

बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर सवाल उठा दिए हैं।

तेजस्वी यादव ने सोमवार को दो टूक कह दिया कि लोकसभा चुनाव में सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी नेताओं में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और बीएसपी प्रमुख मायावती भी रेस में शामिल हैं।

तेजस्वी ने कहा, 'हम संविधान को बचाने के लिए किसी को भी प्रधानमंत्री पद के लिए चुन सकते हैं। विपक्षी पार्टियों के द्वारा जो भी नाम घोषित होगा उसे मैं समर्थन करूंगा। मैं किसी नाम पर आपत्ति या आरक्षण नहीं लगाता हूं।'

हालांकि तेजस्वी यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ विपक्षी पार्टियों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए राहुल गांधी पर विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की जिम्मेदारी है।

बता दें कि तेजस्वी यादव का यह बयान कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बयान के ठीक उलट है जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को विपक्ष का एकमात्र चेहरा बताया था।

रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में सुरजेवाला ने कहा था, '2019 का चुनाव किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है बल्कि विचारधारा के खिलाफ होनी है। इसके लिए गठबंधन पर भी ध्यान रखा जाएगा। इसलिए राहुल गांधी को अधिकृत किया गया है।'

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राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनाए जाने वाले सवाल पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा था, 'हम अपनी 2004 के जैसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं। इसलिए भारत के लोग निर्णय लेंगे। अगर एक बार कांग्रेस पार्टी 200 या उससे ज्यादा का जादुई आंकड़ा पाकर सबसे बड़ी पार्टी बनती है, तब कांग्रेस पार्टी नेतृत्व में होगी जो भी गठबंधन के साथ आकर साथ चलना चाहेंगे।'

उन्होंने आगे कहा था, 'इससे स्वभाविक तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष को एकमात्र चेहरे के रूप में प्रोजक्ट किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी को आगे रखकर 2019 का चुनाव लड़ेगी। इसमें कोई दोराय नहीं है।'

सुरजेवाला के इस बयान से साफ था कि कांग्रेस महागठबंधन में राहुल गांधी का चेहरा ही आगे रखना चाह रही है ऐसे में तेजस्वी यादव का बयान महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर विरोधाभास पैदा करता है।

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