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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस के बीच बढ़ी दूरियां, राहुल की इफ्तार में नहीं मिला न्यौता

नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उनसे दूरियां बनानी शुरू कर दी हैं।

Updated on: 11 Jun 2018, 04:34 PM

नई दिल्ली:

नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उनसे दूरियां बनानी शुरू कर दी हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है जिसमें देशभर के विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है लेकिन देश के पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी को ही आमंत्रित नहीं किया गया है।

प्रणब को कांग्रेस की इफ्तार पार्टी में नहीं बुलाने को पार्टी की नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है। आने वाले समय में यह मामला राजनीतिक तूल भी पकड़ सकता है।

बता दें कि राहुल ने 13 जून को दो साल बाद इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है। इसकी जिम्मेदारी पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग को सौंपी गई है। इसका आयोजन ताज पैलेस होटल में होना है।

प्रणब के अलावा पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी कांग्रेस ने न्योता नहीं भेजा है।

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गौरतलब है कि दिल्ली में आगामी 2019 आम चुनावों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की चर्चा काफी जोरों पर हैं। हालांकि, हाल ही में आम आदमी पार्टी की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में भी किसी कांग्रेसी नेता ने शिरकत नहीं की थी।

इससे पहले 7 जून को आरएसएस के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। जिसके बाद उनकी ही पार्टी ने प्रणब को निशाने पर ले लिया था।हालांकि राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर प्रणब के बयान के बाद कांग्रेस ने कहा था कि उन्होंने संघ को आईना दिखाने का काम किया और पीएम को राजधर्म याद दिलाया है। 

राहुल से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2015 में इफ्तार का आयोजन किया था। अब 2 साल बाद एक बार फिर कांग्रेस इफ्तार का आयोजन कर रही है।

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