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कांग्रेस मुक्त भारत BJP का सपना, मैं ऐसा नहीं कह सकता: राहुल गांधी

गुजरात के तीन दिनों के दौरे पर गए कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने महंगाई और बेरोजगार के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

Updated on: 09 Oct 2017, 11:02 PM

highlights

  • राहुल ने कहा कि मोदी सरकार रोजगारके मामले में केवल बहाने बना रही है
  • राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार कॉरपोरेट के पक्ष में नीतियां बनाती है

नई दिल्ली:

गुजरात के तीन दिनों के दौरे पर गए कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने महंगाई और बेरोजगार के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

राहुल ने अपनी यात्रा के पहले दिन कई मुद्दों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। वडोदरा में बीजेपी के 'कांग्रेस मुक्त भारत' की नीति पर विनम्रता से जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'मैं नहीं कह सकता है मैं देश से बीजेपी को खत्म करना चाहता हूं। वह ऐसा कह सकते हैं।'

राहुल ने कहा, 'मेरा परिवार गांधी जी के मूल्यों से चलता है। जब मैंने अपने पिता के हत्यारे प्रभाकरन के शव को देखा तो मुझे बुरा लगा। मैंने यही बात प्रियंका को बताई, तो उसने कहा कि उसे भी ठीक नहीं लग रहा है।'

गौरतलब है कि बीजेपी और पार्टी प्रेसिडेंट शाह कई मौकों पर कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते रहे हैं।

रोजगार पैदा करने के मुद्दे पर विफल रही सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस मामले में केवल बहाने बना रही है।

राहुल ने कहा, 'भारत में रोजाना 30,000 युवा जॉब मार्केट में आते हैं लेकिन इनमें से केवल 450 को नौकरी मिल पाती है वहीं चीन में यह आंकड़ा 50,000 का है।'

कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट ने कहा, 'बहाने बहाने से काम नहीं चलेगा। अगर अगले 5-10 सालों में भारत रोजाना 30,000 से 40,000 युवाओं को रोजगार नहीं देता है तो लोगों के गुस्से को थामना मुश्लिक हो जाएगा।'

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इसी मुद्दे पर एनडीए के मुकाबले यूपीए सरकार की तुलना करते हुए राहुल ने कहा उनकी सरकार का प्रदर्शन कहीं बेहतर रहा था।

राहुल ने कहा, 'हमारी सरकार का रिकॉर्ड इनसे बेहतर रहा है। इसके बावजूद हमारा प्रदर्शन 10 के मुकाबले 5 ही था।' कांग्रेस के फिर से सरकार में आने के बाद महंगाई को काबू में करने के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा, 'महंगाई का सीधा संबंध पेट्रोल की कीमतों से है। हम इसे जीएसटी में शामिल किए जाने की मांग करते हैं।'

राहुल ने कहा, 'हमारे समय में कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब 150 डॉलर प्रति बैरल हुआ करती थी लेकिन अब इसकी कीमत करीब 50 डॉलर है। इसके बावजूद हिंदुस्तान की जनता को इस घटी हुई कीमत का फायदा नहीं मिल पा रहा है।'

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'कीमतों में इस अंतर का फायदा कुछ लोगों की जेब में जा रहा है, जिनके नाम मैं लेना नहीं चाहता।'

मोदी सरकार पर कॉरपोरेट के पक्ष में नीतियां बनाने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा, 'देश की एक फीसदी आबादी के पास देश का करीब 60-70 फीसदी धन है और नीतियां भी इन्हीं को ध्यान में रखकर बनाई जाती है।'

राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि किसी नेता की जिम्मेदारी 5-10 साल आगने देखने की होती है, न कि नीतियों को जबरन थोपने की, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़े।

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राहुल इससे पहले भी नोटबंदी और जीएसटी से हुई लोगों की परेशानियों के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरते रहे हैं। इससे पहले खेड़ा में राहुल ने कहा था, 'गुजरात में विकास को क्या हुआ? ये कैसे पागल हुआ? ये झूठ सुन-सुन के पागल हो गया है।'

राहुल के इस बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'विकास पागल नहीं हुआ है। कांग्रेस का विकाश नहीं हुआ है इस लिए कांग्रेस पगला गयी है।

राहुल ने कहा नरेंद्र मोदी का गुजरात मॉडल फेल है। ये गुजरात को मालूम है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, 'हम आपको अपने मने की बात नहीं बताएंगे। हम आपकी मन की बात सुनेंगे।'

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