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US यूनिवर्सिटी में 1984 दंगों पर झलका राहुल का दर्द- बोले- मैं नहीं तो कौन समझेगा उनका दर्द

अमेरिकी यूनिवर्सिटी में भाषण देते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 1984 दंगों का मुद्दा उठाया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'मैं न्याय की लड़ाई में उनके साथ हूं। किसी के भी प्रति हिंसा की मैं कड़ी निंदा करता हूं।'

Updated on: 12 Sep 2017, 09:18 AM

नई दिल्ली:

अमेरिकी यूनिवर्सिटी में भाषण देते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 1984 दंगों का मुद्दा उठाया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'मैं न्याय की लड़ाई में उनके साथ हूं। किसी के भी प्रति हिंसा की मैं कड़ी निंदा करता हूं।'

उन्होंने कहा, 'मैंने अपने पिता, अपनी दादी को हिंसा में खोया है। अगर मैं हिंसा को नहीं समझूंगा तो कौन समझेगा।' यह बातें कांग्रेस उपाध्यक्ष ने राहुल गांधी अमेरिका की कैलिफॉरनिया यूनिवर्सिटी बक्रेले में 'इंडिया एट 70' पर बोलते वक्त कहीं।

राहुल गांधी ने कहा कि भारत में अहिंसा का सिद्धांत ख़तरे में है। इसके अलावा उन्होंने ध्रुवीकरण की राजनीति को भी ख़तरनाक बताया। उन्होंने कहा, 'अहिंसा के सिद्धांत ने भारत के लोगों को साथ मिलकर आगे बढ़ना सिखाया है।'

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अमेरिकी यूनिवर्सिटी में बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ' घृणा, निंदा, और हिंसा हमें बर्बाद कर सकती है, ध्रुवीकरण की राजनीति बेहद ख़तरनाक है। राहुल गांधी ने कहा, 'दुनिया में कोई ऐसा लोकतांत्रिक देश नहीं है जिसने इतने सारे लोगों को गरीबी ने बाहर निकाला हो, जैसा कि भारत ने किया है।'  

इसके अलावा राहुल गांधी ने कैलिफॉर्निया यूनिवर्सिटी में नोटबंदी के मुद्दे पर भी चर्चा की। बता दें कि राहुल गांधी की दादी के पिता और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु भी अमेरिकी यूनिवर्सिटी में साल 1949 को ऐतिहासिक भाषण दे चुके हैं।

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