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राफेल डील को लेकर बोले प्रशांत भूषण, बताया देश का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला

बातीचत के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर भी सवाल उठाए. प्रशांत भूषण ने कहा कि अनिल अंबानी प्रधानमंत्री के करीबी हैं इसलिए उन्हें कमीशन दिलाने की कोशिश की गई.

Updated on: 13 Oct 2018, 08:40 PM

नई दिल्ली:

राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर देश के जाने माने वकील प्रशांत भूषण ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से लिखित शिकातयत की है. सीबीआई के पास दर्ज शिकायत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और कई अन्य के नाम दर्ज करवाए हैं. शिकायत दर्ज करवाने के बाद उन्होंने कहा कि यदि सीबीआई इस मामले की जांच नहीं करती है तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

मीडिया से बातचीत के दौरान प्रशांत भूषण ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के फ्रांस दौरे पर सवाल उठाए. सीतारमण पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले को दबाने के लिए रक्षा मंत्री फ्रांस के दौरे पर गई हैं.

बातीचत के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर भी सवाल उठाए. प्रशांत भूषण ने कहा कि अनिल अंबानी प्रधानमंत्री के करीबी हैं इसलिए उन्हें कमीशन दिलाने की कोशिश की गई.

वरिष्ठ वकील भूषण ने कहा कि रिलायंस को साझेदार बनाने के लिए सभी नियमों को ताख पर रख दिया गया. देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया गया. इस दौरान कई अन्य आरोप भी लगाए.

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इस दौरान उन्होंने कहा कि यह भारत का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला है. बोफोर्स घोटाले को लेकर उन्होंने कहा कि वह तो महज 64 करोड़ का कमिशन घोटाला था. हालांकि इस दौरान उन्होंने यह नहीं बताया कि अगल कदम कब तक उठाएंगे.