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राफेल डील: BJP ने राहुल गांधी के 9 झूठ गिनाकर कांग्रेस पर बोला हमला, पेश किए ये तथ्य

केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच फ्रांस में हुए राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर घमासान जारी है. इस बीच बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर राहुल के कथित झूठ को बेनकाब करने के लिए 9 झूठ और उससे जुड़े तथ्य दिए हैं.

Updated on: 09 Feb 2019, 09:05 PM

नई दिल्ली:

केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच फ्रांस में हुए राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर घमासान जारी है. इस बीच बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर राहुल के कथित झूठ को बेनकाब करने के लिए 9 झूठ और उससे जुड़े तथ्य दिए हैं. बीजेपी ने आधे और अधूरे तथ्य सामने रखने के लिए कांग्रेस से माफी मांगने को कहा है. साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि राहुल ने अपने झूठ से भारतीय सेना को अपमानित किया है.

भारतीय जनता पार्टी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर राहुल गांधी के जो झूठ गिनाए हैं, वो इस प्रकार हैं:

झूठ नंबर 1: राहुल गांधी ने फ्रांसीसी मीडिया की रिपोर्ट ट्विस्ट की और यह बताने की कोशिश की कि दसॉल्ट को भारत से डील करने के लिए अंबानी को ऑफसेट पार्टन बनाना पड़ा.
तथ्य: सुप्रीम कोर्ट और दसॉल्ट के सीईओ ने खुद कहा है कि ऑफसेट पार्टनर के चयन में भारत सरकार का कोई लेना-देना नहीं था.

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झूठ नंबर 2: राहुल गांधी ने यह भ्रांति फैलाने की कोशिश करी कि इस डील में सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर अनियमितताएं पाई हैं. इसलिए उन्होंने विचारधीन मामले में प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश की.
तथ्य: सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की शह पर अपनी करने वालों की याचिकाएं खारिज की और यह भी कहा कि सरकार ने कुछ गलत नहीं किया.

झूठ नंबर 3: राहुल गांधी ने दावा किया कि मोदी सरकार ने रक्षा मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी को सजा दी, क्योंकि उसने राफेल डील के विरोध में डिसेंट नोट प्रस्तुत किया था.
तथ्य: अधिकारी ने मीडिया से खुद बातचीत की और किसी भी तरह की सजा से इनकार कर राहुल का झूठ बेनकाब कर दिया.

झूठ नंबर 4: राहुल गांधी ने कहा कि भारत सरकार ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद से रिलायंस को शामिल करने को कहा. इस पर राष्ट्रपति ने उन्हें चोर कहा.
तथ्य: फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया और फ्रांस सरकार ने आधिकारिय बयान भी जारी किया.

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झूठ नंबर 5: राहुल गांधी ने संसद में भी झूठ बोला कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने उनसे खुद कहा कि इसमें कोई गोपनीय धारा नहीं है.
तथ्य: फ्रांस सरकार ने आधिकारिक बयान जारी कर इस झूठ को खारिज किया. साथ ही कहा कि समझौता पार्टियों को क्लासीफाइड जानकारी शेयर करने की इजाजत नहीं देता.

झूठ नंबर 6: राहुल गांधी ने यूपीए के दौरान डील की कई कीमतें बताईं. उन्होंने संसद में कहा 520 करोड़, कर्नाटक में कहा 526 करोड़, राजस्थान में कहा 540 करोड़, जबकि दिल्ली में कहा 700 करोड़.

बीजेपी ने राहुल गांधी को झूठ बोलने के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार का हकदार बताया.

झूठ नंबर 7: राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए ने 520/526/540/700 करोड़ में डील की, जबकि एनडीए ने यह डील 1600 करोड़ रुपये में की है.
तथ्य: एनडीए द्वारा बातचीत के जरिए तय की गई कीमत पूरे परिचालन पैकेज के साथ राफेल विमान की है. राहुल सेब की तुलना संतरे से कर रहे हैं.

झूठ नंबर 8: राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने सैन्य अधिग्रहण के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया है.
तथ्य: सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि वह इस बात से सहमत हैं कि इस प्रक्रिया पर वास्तव में संदेह करने का कोई अवसर नहीं है.

झूठ नंबर 9: राहुल गांधी ने कहा कि वायुसेना को नुकसान और दोस्त को फायदा पहुंचाने के लिए 36 विमान खरीदने का फैसला लिया गया.
तथ्य: सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सैन्य तैयारियों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है और इससे वायुसेना भी खुश है.