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रक्षाबन्धन पर मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, बेटियों को मिलेगा 51,000 का शादी शगुन

रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी सरकार ने बेटियों की शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए एक नई योजना शुरू की है।

Updated on: 07 Aug 2017, 10:24 AM

highlights

  • बेटियों की शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए एक नई योजना
  • अल्पसंख्यक लड़कियों को 51,000 रुपये की राशि

नई दिल्ली:

रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी सरकार ने बेटियों की शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अल्पसंख्यक लड़कियों को 51,000 रुपये की राशि बतौर शादी का शगुन देगी दिया जाएगा जिन्होने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी कर ली होगी।

हाल में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की अध्यक्षता में हुई MAEF की बैठक में लड़कियों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के संदर्भ में कुछ फैसले किए गए जिनमें यह फैसला प्रमुख है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन(MAEF) ने मुस्लिम लड़कियों की मदद के लिए यह कदम उठाने का फैसला किया है।

MAEF का कहना है कि इस योजना का मकसद सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम लड़कियों और उनके अभिभावकों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करना है कि लड़कियां विश्वविद्यालय या कॉलेज स्तर की पढ़ाई पूरी कर सकें। इस योजना को प्रारंभिक तौर पर शादी शगुन नाम दिया गया है।

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इसके अलावा यह भी फैसला किया गया कि अब नौंवी और 10वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली मुस्लिम बच्चियों को 10 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। अब तक 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली मुस्लिम लड़कियों को 12 हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिल रही थी।

अंसारी ने MAEF के इस नए कदम का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्तार अब्बास नकवी के प्रयासों को देते हुए कहा, प्रधानमंत्री ने सबका साथ, सबका विकास के नारे को सच करने का काम किया है। प्रधानमंत्री के सशक्त नेतृत्व और नकवी जी के प्रयासों का नतीजा है कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।

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MAEF के कोषाध्यक्ष शाकिर हुसैन अंसारी ने बताया, मुस्लिम समाज के एक बड़े हिस्से में आज भी मुस्लिम बच्चियों को उच्च शिक्षा नहीं मिल पाती है। इसकी एक बड़ी वजह आर्थिक तंगी है। हमारा मकसद बच्चियों और खासकर अभिभावकों को प्रोत्साहित करना है कि लड़कियां कम से कम स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करें। ऐसे में शादी शगुन के तौर पर 51,000 रुपये की राशि का फैसला किया गया है।

उन्होंने कहा, यह राशि बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन हमें उम्मीद है कि इससे मुस्लिम लड़कियों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए लोगों का हौसला बढ़ेगा। कोषाध्यक्ष ने कहा कि इस संदर्भ में वेबसाइट तैयार की जा रही है और इस पूरा ब्यौरा दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि शादी शगुन की यह राशि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाली उन्हीं मुस्लिम लड़कियों को मिलेगी जिन्होंने स्कूली स्तर पर MAEF की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति हासिल की होगी।

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