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उपराष्ट्रपति चुनाव: विपक्ष से रूठे नीतीश कुमार को मनाएंगे राहुल गांधी, पार्टी नेताओं को दी हिदायत

राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के साथ हों लेकिन वह विपक्ष के उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन दे सकते हैं।

Updated on: 06 Jul 2017, 09:43 PM

highlights

  • कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को दी हिदायत, नीतीश के खिलाफ न करें बयानबाजी
  • जेडीयू ने दिये संकेत, उप-राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की बैठक में हो सकती है शामिल
  • कांग्रेस की बयानबाजी के बाद नीतीश ने कांग्रेस पर साधा था निशाना

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के साथ हों लेकिन वह विपक्ष के उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन दे सकते हैं।

इसके लिए खुद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पहल शुरू की है। सूत्रों के मुताबिक 11 जुलाई को राहुल गांधी अलग से नीतीश कुमार से मुलाकात कर सकते हैं।

न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से कहा है कि वह जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी न करें। जिसके बाद जेडीयू ने संकेत दिये हैं कि वह उप-राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साथ रहेगी।

जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विचार विमर्श करने के लिए अगर विपक्षी दलों द्वारा उनकी पार्टी को आमंत्रित किया गया तो निश्चित तौर पर हम उसमें भाग लेंगे। त्यागी ने यह कहा, 'अगर संपर्क किया जाता है तो उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार का समर्थन करेगी।'

यह पूछे जाने पर क्या वह उक्त बैठक में शामिल होंगे, त्यागी ने कहा कि इसबारे में उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और वरिष्ठ नेता शरद यादव निर्णय लेंगे।

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विपक्षी दलों की उप-राष्ट्रपति चुनाव को लेकर दिल्ली में 11 जुलाई को बैठक होगी। इस बैठक में विपक्षी दल उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम तय कर सकते हैं। इसी बैठक से अलग राहुल नीतीश कुमार से मुलाकात कर सकते हैं। उप-राष्ट्रपति चुनाव 5 अगस्त को है।

बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री और बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जेडीयू उपराष्ट्रपति चुनाव में हमलोगों के साथ होगी।

बयानबाजी से आहत हैं नीतीश

जेडीयू द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद का समर्थन करने पर कांग्रेस ने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया था। कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि नीतीश ने अपनी राज्य की दलित नेता (मीरा कुमार) के हराने की पहले ही घोषणा कर दी।

आजाद ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके कई सिद्धांत होते हैं वह अलग-अलग फैसले लेते हैं।

आजाद ने कहा, 'जिन लोगों के एक सिद्धांत होते हैं वह एक फैसला लेते हैं, लेकिन जो कई सिद्धांतों को मानते हैं। वह अलग-अलग फैसले लेते हैं।'

नीतीश का पलटवार

नीतीश ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा था 'बिहार की बेटी' को हार के लिए क्यों चुना गया। यूपीए सरकार के कार्यकाल में दो बार अवसर आए थे, उस समय क्यों नहीं उन्हें उम्मीदवार बनाया। आजाद की 'एक विचारधारा' वाली टिप्पणी पर नीतीश ने पलटवार करते हुए कहा कि वह किसी के 'पिछलग्गू' नहीं हैं।

बिहार में भी कांग्रेसी नेताओं ने नीतीश के खिलाफ सरकार में रहते हुए बयान दिये हैं। इस संबंध में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में इसी सप्ताह मुलाकात की थी। हालांकि उन्होंने बैठक के बारे में विस्तृत जानकारी से इंकार किया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राहुल ने बैठक में चौधरी को नीतीश के खिलाफ बयान जारी करने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए।

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