logo-image

राष्ट्रपति ने स्‍वीकार की पीएम नरेंद्र मोदी की सिफारिश, 16वीं लोकसभा भंग

शुक्रवार को कैबिनेट ने 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी और राष्ट्रपति से इसे तत्काल प्रभाव से भंग करने का आग्रह किया था.

Updated on: 25 May 2019, 03:43 PM

highlights

  • 3 जून को खत्‍म हो रहा है 16वीं लोकसभा का कार्यकाल
  • एक दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सौंपा था इस्‍तीफा
  • राष्‍ट्रपति ने नई सरकार तक पद पर बने रहने को कहा 

नई दिल्‍ली:

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी दे दी. राष्ट्रपति भवन ने यह जानकारी दी है. शुक्रवार को कैबिनेट ने 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी और राष्ट्रपति से इसे तत्काल प्रभाव से भंग करने का आग्रह किया था.

राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने कैबिनेट की इस सिफारिश को स्वीकार करते हुए संविधान के अनुच्छेद 85 के उपबंध 2 के सह उपबंध ब के तहत प्राप्त अधिकारियों का प्रयोग करते हुए 16वीं लोकसभा भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए.

16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है. इसकी पहली बैठक 4 जून 2014 को बुलाई गई थी और तब सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी.

साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था. राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नयी सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है.