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गाजीपुर में पीएम मोदी की रैली के बाद पथराव, पुलिसकर्मी की मौत, योगी आदित्यनाथ ने मुआवजे का किया ऐलान

बलिया के गाजीपुर कठवा मोड़ के पास निषाद पार्टी के लोगों ने रैली से लौट रही गाड़ियों पर पथराव किया, जिसमें बीजेपी नेताओं की करें क्षतिग्रस्त हो गई.

Updated on: 29 Dec 2018, 11:02 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गाजीपुर में जनससभा को संबोधित किया. बलिया के गाजीपुर कठवा मोड़ के पास निषाद पार्टी के लोगों ने रैली से लौट रही गाड़ियों पर पथराव किया. पथराव के दौरान कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त कर दी गई और जमकर बवाल किया.  पुलिस ने कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर निषाद पार्टी प्रदर्शन कर रहे थे. पथराव में घायल हुए पुलिसकर्मी सुरेश वत्स की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने पथराव में मारे गए पुलिस कांस्टेबल के परिजनों के लिए 40 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है.

महिपाल पाठक ने कहा, पीएम की रैली के बाद कॉस्टेबल सुरेश वत्स अपनी ड्यूटी से लौट रहे थे. निषाद समुदाय के कुछ लोगों अटवा मोड़ पुलिस स्टेशन के पास प्रदर्शन कर रहे थे, जहां पथराव की घटना हुई.

पथराव की घटना में एक कॉस्टेबल की मौत हो गई जबकि दो स्थानीय लोग घायल हो गए. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लोग पथराव करते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो में मारो-मारो कहते हुए स्पष्ट तौर पर सुना जा सकता है. उग्र प्रदर्शनकारियों को तीतर-बितर करने के लिए पुलिस  हल्का बल का प्रयोग करती है. सड़कों पर ईंट और पत्थर बिखरे पड़े है. उग्र भीड़ एक बस को भी निशाना बनाकर जमकर तोड़फोड़ करती है. 

निषाद पार्टी के कार्यकर्ता ने कहा, 'हम निषाद के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं और लोगों के बीच ये संदेश फैला रहे हैं. इलाहबाद से हम मार्च शुरू करेंगे. हम पूरे राज्य में मार्च करेंगे. चार साल गुज़र न पीएम और न ही सीएम ने हमारे मांगें पूरी की है.'

बता दें कि शनिवार को पीएम मोदी ने गाजीपुर में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने गाजीपुर में एक जनसभा को संबोधित किया. इस रैली में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए. रैली से लौटने के दौरान एसबीएसपी के समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया. बीजेपी समर्थकों ने भी पत्थरबाज़ी का जवाब दिया. इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और उग्र भीड़ को शांत कर बीजेपी समर्थकों की गाड़ियां निकलवाईं. बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि राजभर समुदाय की भारी भीड़ गाजीपुर रैली में देखकर ओमप्रकाश राजभर के समर्थकों ने यह कदम उठाया है. गौरतलब है कि एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर निमंत्रण मिलने के बावजूद रैली में नहीं गए.