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पीएम नरेंद्र मोदी को था अपनी जीत पर भरोसा, इसलिए कही थी ये बड़ी बात

लोकसभा चुनाव और आचार संहिता खत्म हो गई है. अब देश फिर एक बार उसी स्थिति में पहुंच जाएगा, जहां दो महीने पहले था.

Updated on: 24 May 2019, 07:44 PM

highlights

  • 24 फरवरी को अंतिम बार मोदी ने की थी मन की बात
  • मन की बात में पीएम मोदी ने कही थी ये बड़ी बात
  • 26 मई 2014 को मोदी ने पहली बार ली थी पीएम पद की शपथ

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव और आचार संहिता खत्म हो गई है. अब देश फिर एक बार उसी स्थिति में पहुंच जाएगा, जहां दो महीने पहले था. 2019 के लोकसभा चुनाव में सरकार भी नहीं बदली और प्रधानमंत्री भी नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) हैं. दो दिन मई महीने का आखिरी रविवार भी है. लेकिन एक सवाल है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रविवार को देश की जनता से अपने ‘मन की बात’ (Mann ki baat) करेंगे?

बता दें कि मार्च, अप्रैल और मई के अंतिम सप्ताह तक देश में आचार संहिता लागू थी. ऐसे में पीएम मोदी (PM Modi) मन की बात नहीं कर रहे थे. उन्होंने अपनी आखिरी मन की बात यानी 24 फरवरी को ऐलान किया था कि अब वह मई के आखिरी रविवार को ही मन की बात करेंगे. तब राजनीतिक विश्लेषकों ने उनपर सवाल किया था कि क्या नरेंद्र मोदी को इतना विश्वास है कि वह दोबारा प्रधानमंत्री बन जाएंगे.

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24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो मन की बात संबोधित की थी, उसमें उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी थी. इस मन की बात के दो दिन बाद ही भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने पाकिस्तान (Pakistan) में घुसकर एयरस्ट्राइक (Air Strike) की थी.

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इसी मन की बात में उन्होंने कहा था कि अब देश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. वह भी इस बार बतौर प्रत्याशी चुनाव में जा रहे हैं. ऐसे में जब आचार संहिता लागू होगी तो वह मन की बात नहीं कर पाएंगे. लोकतंत्र का सम्मान करते हुए अगली मन की बात मई महीने के आखिरी रविवार को करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा था कि वह मन की बात मई के अंतिम रविवार को करेंगे और सालों-दर-सालों करते भी रहेंगे.

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अब नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ जीत कर लौटे हैं, 29 या 30 मई को वह शपथ भी ले सकते हैं. और रविवार 26 मई को है. 26 मई के साथ एक और कनेक्शन भी जुड़ा है. 26 मई 2014 को ही नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. ऐसे में नरेंद्र मोदी इस दिन फिर जनता से अपने मन की बात कर सकते हैं.