logo-image

INS कलवरी राष्ट्र को समर्पित, मोदी बोले- यह है 'मेक इन इंडिया' का बड़ा उदाहरण

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गुरूवार को मुंबई में नौसेना पनडुब्‍बी आईएनएस कलवरी को राष्‍ट्र को समर्पित किया।

Updated on: 14 Dec 2017, 12:50 PM

highlights

  • पहली स्कॉर्पीन पनडुब्बी आईएनएस कलवरी पीएम मोदी की मौजूदगी में नौसेना में शामिल
  • ‘मेक इन इंडिया’ मुहीम के तहत बना है आईएनएस कलवरी
  • इस पनडुब्बी से पानी के अंदर और इसकी सतह दोनों जगहों पर लड़ाई को अंजाम दिया जा सकता है

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गुरूवार को मुंबई में नौसेना पनडुब्‍बी आईएनएस कलवरी को राष्‍ट्र को समर्पित किया।

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये 'मेक इन इंडिया' का उत्तम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कलवरी की शक्ति, या कहें टाइगर शार्क की शक्ति हमारी भारतीय नौसेना को और मजबूत करेगी।

मोदी ने कहा, 'कलवरी के निर्माण में सहयोग के लिए मैं फ्रांस को भी धन्यवाद देता हूं। ये पनडुब्बी भारत और फ्रांस की तेजी से बढ़ती स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का भी एक उत्कृष्ट उदाहरण है।'

उन्होंने कहा, 'कहा जाता है कि 21वीं सदी एशिया की है। ये भी तय है कि 21वीं सदी के विकास का रास्ता हिंद महासागर से होकर ही जाएगा। इसलिए हिंद महासागर की हमारी सरकार की नीतियों में विशेष जगह है। ये अप्रोच, हमारे विजन में झलकती है।'

मोदी ने कहा, 'मैं इसे एक स्पेशल नाम से बुलाता हूं- S. A. G. A. R.- 'सागर' यानि सेक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन।' उन्होंने कहा कि चाहे समुद्र के रास्ते आने वाला आतंकवाद हो, Piracy की समस्या हो, ड्रग्स की तस्करी हो या फिर अवैध फिशिंग, भारत इन सभी चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने कहा कि ये हमारा ही कमिटमेंट था जिसके कारण कई दशकों से लंबित 'वन रैंक, वन पेंशन' का वायदा हकीक़त में बदल चुका है।

इस मौके पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नौसेना प्रमुख सुनील लांबा, महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई गणमान्‍य व्‍यक्ति मौजूद थे।

INS कलवरी का नाम पहली फॉक्सटॉर्ट श्रेणी की पनडुब्बी के नाम पर रखा गया है।

क्या है खासियत
आईएनएस कलवरी एक डीजल- इलेक्ट्रिक युद्धक पनडुब्‍बी है, जिसे भारतीय नौसेना के लिए मझगांव डॉक शिपबिल्‍डर्स लिमिटेड ने बनाया है।

यह उन 6 पनडुब्बियों में से पहली पनडुब्‍बी है, जिसे भारतीय नौसेना में शामिल किया जाना है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ मुहीम के तहत बनाया गया है। इस परियोजना में फ्रांस ने सहयोग किया है।

आईएनएस कलवरी से पानी के अंदर और इसकी सतह दोनों जगहों पर लड़ाई को अंजाम दिया जा सकता है।

दूसरी स्कार्पीन पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी वर्तमान में परीक्षण प्रक्रिया से गुजर रही है और जल्द ही इसे नौसेना में शामिल किए जाने की संभावना है।

और पढ़ें: एयर इंडिया में सवार मंत्री गजपति राजू के खिलाफ प्रदर्शन