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कोटा को बढ़ाने के पीछे ओम बिड़ला का हाथ, कार्यकर्ता के तौर पर हम साथ कर चुके हैं काम: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इस सदन के सभी सदस्यों के लिए यह अत्यंत हर्ष व गर्व का समय है, क्योंकि आपको इस पद पर आसिन होते हुए देखा है

Updated on: 19 Jun 2019, 12:03 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) से सांसद और बीजेपी नेता ओम बिड़ला (Om Birla) लोकसभा स्पीकर (New Lok Sabha Speaker) चुने गए हैं. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ओम बिड़ला को बधाई देते हुए सदन को संबोधित किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इस सदन के सभी सदस्यों के लिए यह अत्यंत हर्ष व गर्व का समय है, क्योंकि आपको इस पद पर आसिन होते हुए देखा है. इस सदन में पुराने सभी सदस्य आपसे भलीभांति परिचित है. राजस्थान में आपने (ओम बिड़ला) जो सक्रिय भूमिका निभाई है उससे भी राजनीति जुड़े लोग परिचित हैं. हम सब के लिए गर्व का विषय है कि आज स्पीकर पद पर ऐसे व्यक्तित्व का अनुमोद कर रहे हैं. सर्वसम्मति से समर्थन दे रहे हैं.

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पीएम मोदी ने आगे कहा, आप छात्र जीवन में छात्रसंघ का नेतृत्व करते हुए बिना किसी ब्रेक के समाज के किसी-न-किसी गतिविधि से जुड़े रहे. आपने छात्रसंघ से लेकर जिले और देश के लिए काम किया. हमने भी आपके साथ कार्यकर्ता के रूप में किया है. कोटा वो धरती है जो आज शिक्षा का काशी बन गया है, जिनके दिल दिमाक में करियर की प्राथमिकता है वो कोटा को पसंद करता है. राजस्थान के छोटा सा शहर आज एक लघु भारत बन गया है इसका श्रेय ओम बिड़ला जाता है. वर्तमान में जो राजनीतिक जीवन में जितना अधिक सामाजिक कार्य करते हैं उतना ही उसे सामाज में इज्जत मिलती है. ओम बिड़ला की पूरी कार्यशैली समाज सेवा के प्रति रही.

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पीएम ने आगे कहा. गुजरात के भूकंप में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला अपने साथियों के साथ लोगों की सेवा की थी. केदारनाथ हादसे में वह अपने टोली के साथ पहुंच गए. कोटा में उन्होंने काफी जनभागीदारी की. उनका प्रण था कि कोटा में कोई भूखा नहीं रहेगा. भूखों का खाना खिलाया. उन्होंने गरीब के कपड़ों और ठंड में गर्म कपड़े देने के लिए जनभागीदारी योजना चलाई. उन्होंने अपने राजनीतिक का केंद्रबिंदू जनआंदोलन से ज्यादा जनभागीदारी को बनाया है.

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उन्होंने आगे कहा, स्पीकर बनकर वह हम सबको अनुशासित और अनुप्रेरित भी करेंगे और सदन को उत्तम से उत्तम रूप से देंगे. अगर ओम बिड़ला हंसते हैं तो वो भी हल्के में और बोलते हैं तो वो भी हल्के में. मुझे डर है कि कोई इसका गलत फायदा न उठे ले. हमारी पुरानी स्पीकर महोदय ने भी पंरपरा रूप से सदन को चलाया था. आपका हक है कि अगर कोई नियम का उल्लंघन करता तो आप हमारे तरफ के लोगों को आक्रामता से कह सकते हैं. अच्छी चर्चा हो उत्तम चर्चा हो इसके लिए आपका सहयोग सदन भी करेगा. स्पीकर पद के लिए मैं आपको सदन की ओर से बहुत-बहुत बधाई देता हूं.