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नोटबंदी के फैसले के तुरंत बाद पीएम मोदी ने लिखी थी मुख्यमंत्रियों को चिठ्ठी

नोटबंदी के फैसले की वजह के बारे में बताने के लिए पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों को चिठ्ठी लिखी थी।

Updated on: 17 Nov 2016, 12:26 PM

highlights

  • नोटबंदी के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने लिखी थी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिठ्ठी 
  • पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से की थी बुराइयों के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट होने की अपील 

नई दिल्ली:

500 और 1000 रूपये के बड़े नोट को बंद करने के फैसले के कुछ ही मिनटों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिठ्ठी लिखकर इस कदम को उठाने की वजह बताई थी। इस चिठ्ठी में पीएम मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से देश को खोखला कर रही बुराईयों से निपटने के लिए एकजुट होने का अनुरोध भी किया।

8 नंवबर को अचानक ही प्रधानमंत्री के नोटबंदी का यह फैसला देश की राजनीति और जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया। खबरों के अनुसार सभी राज्यों के रेजीडेंट कमिश्नरों को अपने ऑफिस देर रात तक खुले रखने के आदेश दिए गए थे, ताकि ऐलान के बाद सभी राज्यों मे ये चिठ्ठी पहुंच जाए।

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अपनी चिठ्ठी में पीएम मोदी ने नई कंरसी के जमा-बदलाव आदि के कारण राज्यों को आरबीआई, बैंको और पोस्टऑफिस की सुरक्षा को सुनिश्चित कराने के दिशानिर्देशों के बारे में भी बताया। साथ ही श्मशान घाट, अस्पतालों और दूध की दुकानों पर इस होने वाली असुविधाओं पर निगरानी रखने के लिए कहा। चिठ्ठी मे साफ निर्देश दिए गए कि सरकार की बतायी जगहों पर 500 और 1000 रूपये की नोट को स्वीकारने में लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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पीएम मोदी ने अपनी चिठ्ठी में लिखा इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकारों की बहुत अहम भूमिका है। चिठ्ठी में लिखा,'मैं इस मुश्किल लेकिन जरूरी उपाय को लागू करने में आपकी सरकार का सहयोग हासिल करने के अनुरोध के साथ यह चिट्ठी लिख रहा हूं। मैं आपसे वैसे सभी उपाय करने का अनुरोध करता हूं, जो लोगों की दिक्कतों को कम करने के लिए उचित हो सकते हैं।' चिट्ठी में इस कदम को भ्रष्टाचार,काला धन, नकली नोटों और आतंकवाद जैसी बुराइयों के खिलाफ संघर्ष का हिस्सा बताया गया। इसमें लिखा गया था, 'मैं जानता हूं कि आप इसका स्वागत करेंगे और इस कोशिश में मेरा आपको पूर्ण समर्थन रहेगा।'

सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास के कार्यलय से संपर्क में रहने के लिए कहा गया था। चिठ्ठी में 25 नंवबर तक सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक वित्त मंत्रालय में बनाए गये स्पेशल कंट्रोल रूम की जानकारी को भी शामिल किया गया था।