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'बेरोजगारी का झठू फैला विपक्ष कर रहा पाप, हर महीने रोजगार के पेश होंगे आंकड़े : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने हर महीने नौकरी को लेकर डेटा प्रकाशित करने का फैसला लिया है। मोदी सरकार हर महीने उपलब्ध रोजगार के सभी आंकड़े को पेश करेगी।

Updated on: 21 Jul 2018, 06:53 PM

नई दिल्ली:

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में विपक्ष की ओर से लगाए गए सभी आरोपों का जवाब पीएम मोदी ने अपने पुराने अंदाज में दिया। बेरोजगारी पर उठाए गए सवाल का जवाब मोदी ने आंकड़ों समेत पेश किया। 

मोदी ने कहा,' देश में बेरोजगारी के मुद्दे पर कई झूठ फैलाया जा रहा है। विपक्षी इसे लेकर निराधार बातें कर रहे हैं। विपक्ष बेरोजगारी को लेकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं जिससे युवाओं की उम्मीदों को धक्का लग रहा है और यह एक पाप है।'

विपक्ष के फैलाए जा रहे झूठ से निपटने के लिए पीएम मोदी ने हर महीने नौकरी को लेकर डेटा प्रकाशित करने का फैसला लिया है। मोदी सरकार हर महीने उपलब्ध रोजगार के सभी आंकड़े को पेश करेगी।

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पीएम मोदी ने स्वतंत्र संस्था द्वारा कराए गए सर्वे के आधार पर रोजगार के आंकड़े संसद में रखा। प्रधानमंत्री ने ईपीएफ, एनपीएस, संगठित और असंगठित संस्था में उपलब्ध रोजगार का जिक्र किया। 

रोजगार पर पीएम मोदी के द्वारा पेश आंकड़े-

  •  सितंबर 2017 से मई 2018 तक नौ महीने में संगठित क्षेत्र में 50 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला। एक साल के लिए यह आंकडा जोड़ें तक यह संख्या 70 लाख होगी।
  • संगठित और असंगठित क्षेत्र में एक साल में एक करोड़ लोगों से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है और यह एक स्वतंत्र एजेंसी का आंकड़ा है।
  • प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) में सितंबर 2017 से मई 2018 में 45 लाख नए लोग जुड़े।
  • नेशनल पेंशन स्कीम में इसी पीरियड के दौरान 5.68 लाख नए लोग शामिल हुए।
  • सर्वे के मुताबिक 17 हजार नए चार्टेड अकाउंटेंट सिस्टम से जुड़े। 5 हजार ने अपनी नई कंपनी शुरू की। एक चार्टेड अकाउंटेंट संस्था अगर 20 लोगों को रोजगार देता है तो 1 लाख सीए इस इंस्टीट्यूट से पैदा होंगे।
  • हमारे देश में 80 हजार पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर, डेंटल सर्जन और आयुष डॉक्टर हर साल कॉलेज से निकलते हैं। जिसमें से 60 प्रतिशत खुद की प्रैक्टिस शुरू करते हैं। एक डॉक्टर 5 लोगों को रोजगार देता है तो यह आंकड़ा 2.40 लाख होगा।
  • 2017 में 80 हजार अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट वकील निकले। जिसमें से 60 प्रतिशत ने अपना रोजगार शुरु किया। इन लोगों ने 2 से 3 लोगों को अपने यहां काम पर रखा तो कुल आंकड़े 2 लाख के करीब होते हैं।
  • इन तीन प्रोफेशन( डॉक्टर, सीएम और वकील) में 6 लाख रोजगार के अवसर 2017 में पैदा हुए।
  • अकेले परिवहन क्षेत्र में 20 लाख लोगों को नौकरी के अवसर मिले।

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