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विवादों में PM का रोड शो, सपा ने कहा संवैधानिक हकों का बेजा इस्तेमाल कर रही BJP

उत्तर प्रदेश के आखिरी चरण के चुनाव के पहले प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी में किया गया रोड शो विवादों के घेरे में आ गया है। स्थानीय प्रशासन से अनुमति लिए बिना रोड शो किए जाने की विपक्षी दलों की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाते हुए वाराणसी के डीएम से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

Updated on: 04 Mar 2017, 10:31 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के आखिरी चरण के चुनाव के पहले प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी में किया गया रोड शो विवादों के घेरे में आ गया है
  • विपक्षी दलों की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाते हुए वाराणसी के डीएम से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है

New Delhi:

उत्तर प्रदेश के आखिरी चरण के चुनाव के पहले प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी में किया गया रोड शो विवादों के घेरे में आ गया है। स्थानीय प्रशासन से अनुमति लिए बिना रोड शो किए जाने की विपक्षी दलों की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाते हुए वाराणसी के डीएम से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

चुनाव आयोग से वाराणसी के डीएम से पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री के रोड शो के लिए पहले से इजाजत ली गई थी या नहीं? विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा था कि स्थानीय प्रशासन की इजाजत के बगैर वाराणसी में प्रधानमंत्री का रोड शो किया गया।

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इस बीच समाजवादी पार्टी ने भी प्रधानमंत्री मोदी के शो को आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, 'प्रधानमंत्री का बनारस यूनिवर्सिटी से काशी विश्वनाश का रोडशो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।' 

चौधरी ने कहा, 'बीजेपी मर्यादाओं का पालन नहीं करना चाहती। बीजेपी संवैधानिक हकों का दुरूपयोग कर रही है।'

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